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गर्भवती महिला की मौत का मामला, महिला अस्पताल की 2 डॉक्टर बर्खास्त,उपमुख्यमंत्री ने मांगी एक सप्ताह में जांच रिपोर्ट


सुलतानपुर राजकीय मेडिकल कॉलेज  में गर्भवती महिला और उसके गर्भ में पल रहे बच्चे की मौत के मामले में शासन सख्त हो गया है। उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने मामले का संज्ञान लिया है।

उन्होंने X पर ट्वीट कर जानकारी दी है कि ड्यूटी पर तैनात दो डॉक्टर को बर्खास्त करते हुए दो नर्सो को निलंबित कर दिया गया है। दो अन्य नर्सिंग कर्मियों को निलंबित किए जाने के लिए डायरेक्टर पैरामेडिकल को आदेश दिया गया है।उन्होंने जानकारी दी है कि स्वशासी राज्य चिकित्सा, सुल्तानपुर में रात्रि में प्रसूता इलाज कराने गयी। महिला को समय से उपचार न मिलने के कारण उसकी मृत्यु हो गई। इस संबंध में मैने प्रकरण का संज्ञान लिया और राजकीय मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य को आदेशित किया। जिसके क्रम में द्वारा ड्यूटी पर तैनात दो चिकित्सकों को बर्खास्त तथा दो नर्सो को निलंबित कर दिया गया है। दो अन्य नर्सिंग कर्मियों को निलंबित किए जाने हेतु डायरेक्टर पैरामेडिकल को आदेश दे दिया गया है। इसके अतिरिक्त ACMO, सुल्तानपुर की अध्यक्षता में कमेटी गठित करते हुए एक सप्ताह में विस्तृत रिपोर्ट मांगी गई है। जिसके आधार पर दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने ये भी जानकारी दी है कि प्रकरण की मजिस्ट्रियल जांच के लिए प्रधानाचार्य ने डीएम को पत्र भेज दिया है।इसी मामले में सांसद मेनका संजय गांधी ने अम्बालिका वर्मा की चिकित्सीय लापरवाही के कारण हुई मौत को गंभीरता से लेते हुएt उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक को पत्र लिखा है। उन्हों ने उपमुख्यमंत्री को लिखा कि घटना चिकत्सीय लापरवाही के कारण घटित हुई है। यह भी बताया है कि महिला चिकित्सालय में पहले भी कई लापरवाही बरतने की शिकायतें सोशल मीडिया के माध्यम सामने आती रही हैं। घटना की उच्च स्तरीय कमेटी से जांच कराते हुए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का सांसद ने अनुरोध किया है। सांसद ने पीड़िता के परिजनों से फोन पर वार्ता कर सांत्वना दी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कराने के लिए आश्वस्त किया। यह जानकारी मीडिया प्रभारी विजय सिंह रघुवंशी ने दी है।गोसाईंगंज थानाक्षेत्र के कटघरा गांव निवासी अंबालिका वर्मा पत्नी सुनील वर्मा को 29 नवंबर प्रसव पीड़ा होने पर ग्राम प्रधान मो. शोएब व उसके परिजनों के साथ लेकर रात 11 बजे के आसपास राजकीय मेडिकल कॉलेज पहुंचे थे। उसे महिला अस्पताल में भर्ती कराया। रात में दर्द अधिक होने पर अंबालिका के परिजन डॉक्टर और स्टॉफ को बुलाने पहुंचे तो सभी चैन की नींद लेने में व्यस्त रहे। जोर देने पर इन सभी ने सुबह डिलेवरी की बात कही और पुनः सोने में व्यस्त हो गए। इस बीच रात में ही गर्भवती की तबियत और बिगड़ी और सुबह होते-होते प्रसूता और उसके गर्भ में पल रहे मासूम ने दम तोड़ दिया।

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