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अंगूठों का क्लोन बनाकर की ठगी , अकाउंट कर दिया खाली


सरकारी वेबसाइट से अंगूठे का निशान निकालना। वहां खतौनी आदि को सर्च कर रजिस्ट्री का पेपर डाउनलोड करना। उसी पेपर से लोगों के अंगूठे का निशान आधार नंबर आदि ले लेना। इसके बाद अंगूठे का क्लोन तैयार कर लोगों का खाता खाली कर देना। यह नया तरीका है उन ठगों का जिन्होंने कई लोगों को लूटा है।इस गैंग के 2 शातिर बदमाशों को भदोही जिले से पकड़ा गया है। पुलिस ने दोनों ठगों की निशानदेही पर प्रयागराज के एक अपार्टमेंट से 194 अंगूठों के क्लोन बरामद किए हैं। अपार्टमेंट से क्लोन के अलावा बड़ी संख्या में लोगों के आधार नंबर, बैंकों की पर्ची, अंगूठे का क्लोन बनाने वाले उपकरण आदि बरामद किए गए हैं। सबसे चौंकाने वाला पाॅइंट इनका क्लोन तैयार करने का तरीका है। पूछताछ में पुलिस को पता चला कि इन्होंने अब तक तीन से ज्यादा क्लोन तैयार किए थे।गिरफ्तार शातिरों के नाम ऋषि राज सिंह और रोहित कुमार है। ऋषि राज प्रयागराज के सोरांव थाना के तेजा का पुरा गांव का रहने वाला है।

वहीं रोहित मऊ जिले के मधुबन थाने के बस्ती गांव का रहने वाला है। दोनों ने पुलिस को बताया कि इनकी गैंग में दो युवक और हैं। इन चारों ने यूट्यूब से देखकर नकली फिंगर प्रिंट बनाना सीखा और फिर लोगों के अकाउंट से पैसे निकालने लगे।शातिरों ने बताया कि वे सभी सरकारी वेबसाइट से अंगूठे का निशान निकालते थे। इसके बाद अंगूठे का क्लोन तैयार करते और फिर पैसे की निकासी करने के लिए जाल बिछाने लगते थे। चारों ने मिलकर अब तक 300 से ज्यादा लोगों के अंगूठों का क्लोन तैयार कर लिया था। वे अलग-अलग जगह के एटीएम, बैंक सेवा केंद्र, मित्र बैंक और ग्राहक सेवा केंद्र  पर जाकर इसी क्लोन और आधार नंबर के जरिए लोगों के अकाउंट का पैसा निकालते थे।पकड़े गए युवकों ने बताया कि वे ग्राहक सेवा केंद्र सेंटर बनाते थे। इसके बाद सीधे-साधे लोगों को नौकरी और लोन दिलाने का झांसा देते थे। फिर उनके नाम पर उनका आधार कार्ड, पैन कार्ड, लाइव फोटो आदि ले लेते थे। इससे भूलेख साइट पर खतौनी आदि सर्च कर रजिस्ट्री का पेपर डाउनलोड करते थे। फिर यहीं से आधार नंबर लिखकर और अंगूठे के निशान का स्क्रीन शॉट लेकर क्लोन तैयार करते थे।इसके बाद स्कैनर मशीन से स्क्रीन शॉट को स्कैन कर मोहर बनाने वाले सभी उपकरण का प्रयोग कर अंगूठे का क्लोन तैयार करते थे। बायो-मैट्रिक मशीन के माध्यम से ग्राहक सेवा केंद्र लॉगिन कर लोगों का पैसा अपने परिचितों के अकाउंट में ट्रांसफर कर लेते थे।भदोही में बैंक पहुंच रहे लोग लगातार यह शिकायत कर रहे थे कि उन्होंने रुपए नहीं निकाले, तो पैसे गए कहां? इसको लेकर भदोही और दुर्गागंज में 3 केस दर्ज करवाए गए थे। भदोही के हृदयपट्टी के रहने वाले मिश्री लाल ने रिपोर्ट करवाई थी कि उनके खाते से 5 बार रुपए निकाले गए। कुल 50 हजार रुपए कट गए, जबकि उन्होंने अंगूठा ही नहीं लगाया।इसी तरह दुर्गागंज की बर्फी देवी के खाते से कई बार रुपए निकाले गए। दोनों पीड़ितों को बैंक ने बताया कि उनके अंगूठों के निशान से ही पैसे निकाले गए हैं। इनके अलावा भी एक अन्य मामला भी सामने आया। पुलिस ने जब बारीकी से जांच पड़ताल की, तो शातिरों के बारे में पता चला। भदोही अपर पुलिस अधीक्षक  ने बताया कि पकड़े गए शातिरों के अकाउंट से 87 हजार रुपए को फ्रीज कर दिया गया है। दोनों की गिरफ्तारी के करने वाली पुलिस टीम को 25 हजार रुपए से पुरस्कृत किया जाएगा। इनका आपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है। फरार युवकों प्रतापगढ़ के भवानीपुर के रहने वाले शुभम सिंह उर्फ अमन और सोहबतियाबाग निवासी शुभम द्विवेदी की तलाश की जा रही है।

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