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पूर्व विधायक चंद्रभद्र सिंह की बहन अर्चना सिंह का मेनका गांधी को चैलेंज; मुझसे बदला लेने की भावना से न करें काम, मैं उनकी बेटी की उम्र की हूं, जिला पंचायत की निर्दलीय उम्मीदवार हैं अर्चना


सुलतानपुर।जिले में पांच दिनों बाद जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए पर्चे भरे जाएंगे और तीन जुलाई को नतीजे आएंगे। इससे पहले जिले में सियासत गर्म हो गई हैं। सोमवार को  पूर्व विधायक चंद्रभद्र सिंह सोनू की बहन अर्चना सिंह ने पुलिस अधीक्षक डॉ. विपिन मिश्रा से मुलाकात किया, फिर वो मीडिया से रूबरू हुई। उन्होंने  सांसद मेनका गांधी और बीजेपी विधायक सूर्यभान सिंह पर हमला बोला। अर्चना सिंह ने कहा कि, सांसद और विधायक सूर्यभान सिंह को स्पेशल बोलना चाहती हूं; मैं उनकी बेटी की उम्र की हूं इसलिए मेरे से बदला लेने की भावना से काम न करें। बता दें कि अर्चना सिंह जिला पंचायत अध्यक्ष पद की निर्दलीय उम्मीदवार हैं।मीडिया से बात करते हुए अर्चना सिंह ने आगे कहा कि, मैं इंडिपेंडेंट हूं, और सबके लिए आई हूं। मैं जिले का विकास करना चाहती हूं न की अपना विकास करना चाहती हूं। उन्होंने ये भी कहा कि, "मैं किसी से डरने वाली नही हूं। जिले के जितने विधायक हैं वो विकास करने के लिए आते हैं न की किसी से बदला निकालने के लिए आते हैं।" मेरे लिए जो पक्षपात हो रहा है़ उसी के लिए मैं एप्लीकेशन देने आई थी। मैं इनडिपेंडेंट चुनकर आई हूं मुझे लड़ने का पूरा अधिकार है़। उनका दावा है़ कि हमारे पास सारे समर्थक हैं मैं जीतकर आ रही हूं। अर्चना सिंह ने तंज कसते हुए कहा कि, मैं आज आई हूं, नई-नई हूं, जिले के विधायक-सांसद को मुझसे खतरा महसूस कर रहे इसका क्या मतलब है़? अगर उन्होंने कुछ किया होता तो इंसेक्योर नही होते।बता दें कि 45 जिला पंचायत सदस्यों में से बीजेपी के मात्र 3 सदस्य हैं। बीजेपी को 20 अन्य सदस्यों की दरकार है़। उधर अर्चना सिंह के जिला पंचायत सदस्य चुनाव जीतने के बाद से बीजेपी को जिला पंचायत की कुर्सी हाथ से जाती नजर आई, इसी के मद्देनजर 8 मई को अर्चना सिंह के  भाई व पूर्व प्रमुख यशभद्र की लॉकडाउन में गाड़ियां रोककर तलाशी ली गई थी। साथ ही साथ लॉकडाउन के उल्लंघन का उन पर मुकदमा भी दर्ज हुआ था। इसके बाद पुलिस ने अभी कुछ दिन पूर्व उनकी गाड़ियां फिर रोकी जिसके बाद आज अर्चना ने पुलिस अधीक्षक से मुलाकात किया।

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