ब्रेकिंग न्यूज

तपोवन टनल से 16 को निकाला


नई दिल्लीउत्तराखंड राज्य के चमोली जिले के तपोवन में ग्लेशियर टूटकर ऋषिगंगा नदी में गिरा। इससे बेतहाशा बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई और धौलीगंगा पर बन रहा बांध बह गया।तपोवन में एक प्राइवेट पावर कंपनी के ऋषिगंगा हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट और सरकारी कंपनी एनटीपीसी के प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है। आपदा में सबसे ज्यादा नुकसान यहीं हुआ है। ऋषिगंगा प्रोजेक्ट में काम कर रहे 15 से 20 मजदूर लापता बताए जा रहे हैं। प्रोजेक्ट साइट से तीन शव बरामद हुए हैं। इस बीच, मौके पर रेस्क्यू के लिए पहुंची आइटीबीपी की टीम ने तपोवन प्रोजेक्ट के पास टनल में फंसे सभी 16 लोगों को निकाल लिया है।हादसे के बाद एनडीआरएफ और ए डी आई आर एफ की टीमें मौके पर पहुंच कर बचाव कार्य कर रही हैं।ग्लेशियर टूटने से धौली नदी ने विकराल रूप ले लिया। देखते ही देखते नदी ने रास्ते में आने वाले हर अवरोध को पाटना शुरू कर दिया। ऋषिगंगा पॉवर प्रोजेक्ट साइट तक पहुंचते-पहुंचते नदी इतनी विकराल हो गई कि उसने पूरे बांध को ही बहा दिया। मौके पर मौजूद तमाम मशीनरी और लोग इसकी चपेट में आ गए।इसके बाद हरकत में आए प्रशासन ने हरिद्वार तक अलर्ट किया और टिहरी बांध से भागीरथी में पानी का डिस्चार्ज बंद किया गया। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत मौके पर पहुंचे हैं और हालात की मॉनीटरिंग कर रहे हैं।उत्तराखंड पुलिस के मुताबिक, श्रीनगर, ऋषिकेश और हरिद्वार में पानी का स्तर खतरे के निशान से ऊपर जा सकता है। उत्तर प्रदेश में गंगा के किनारे बसे शहरों में अलर्ट जारी किया गया है। बिजनौर, कन्नौज, फतेहगढ़, प्रयागराज, कानपुर, मिर्जापुर, गढ़मुक्तेश्वर, गाजीपुर और वाराणसी जैसे कई जिलों में अधिकारी लगातार नजर रख रहे हैं।

कोई टिप्पणी नहीं