इंस्पेक्टर का पैर पकड़ कर बोला गैंगस्टर, साहब गोली मत मारना
लखनऊ। गैंगस्टर के मामले में जिस 15 हजार के इनामी पशु तस्कर को पुलिस तलाश रही थी वह गले में तख्ती डालकर हाथ जोड़े संभल के नखासा थाने में सरेंडर करने पहुंचा। थाने में घुसते ही कोतवाल के पैरों में गिरकर गुहार लगाई, साहब मैंने सरेंडर कर दिया, अब गोली मत मारना।असमोली थाना क्षेत्र के गांव मंसूरपुर माफी निवासी पशु तस्कर नईम उर्फ बड्डा के खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई की गई थी। पकड़ में नहीं आया तो उसकी गिरफ्तारी पर 15 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था। गैंगस्टर के मामले की जांच कर रहे नखासा कोतवाल धर्मपाल सिंह नईम की गिरफ्तारी के लिए कई दिन से छापेमारी कर रहे थे।
पुलिस की सख्ती देखकर नईम ऐसा घबराया कि अलग ही अंदाज में सरेंडर करने के लिए नखासा थाने पर पहुंच गया। गैंगस्टर की कार्रवाई के बाद पशु तस्कर की गिरफ्तारी पर पन्द्रह हजार रुपये का इनाम घोषित हुआ तभी उसे मुठभेड़ में पुलिस द्वारा गोली मार दिये जाने का डर सताने लगा था। घर और रिश्तेदारियों में पुलिस छापेमारी के बाद डर बढ़ा तो फिर गले में तख्ती डालकर दिन के उजाले में थाने में सरेंडर करने का मन बनाया ताकि पुलिस की गोली से बच सके। पशु तस्करी के मामलों में जेल जा चुके असमोली थाना इलाके के मंसूरपुर निवासी नईम उर्फ बड्डा के खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई की गई तो गिरफ्तारी का प्रयास भी किया गया। वह हत्थे नहीं आया तो पुलिस ने 5 जुलाई को उसे फरार अपराधी घोषित कर दिया गया। इसके बाद उसकी गिरफ्तारी पर पन्द्रह हजार रुपये का इनाम पुलिस अधीक्षक की तरफ से घोषित कर दिया गया। नईम उर्फ बड्डा इनामी अपराधी बन गया तो नखासा थाने के साथ ही जनपद के बाकी थानों की पुलिस भी उसे तलाशने लगी। नखासा कोतवाल धर्मपाल सिंह ने पिछले एक सप्ताह के दौरान नईम उर्फ बड्डा की तलाश में उसके घर व रिश्तेदारियों में लगातार छापेमारी की। इस हालात में कुछ लोगों ने नईम उर्फ बड्डा को बता दिया कि तेरी गिरफ्तारी पर ईनाम है तो पुलिस तुझे गोली मारने से नहीं चूकेगी। इसके बाद ही उसने गले में तख्ती डाली और सरेंडर करने नखासा थाना पहुंच गया।
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