देश की गरीबी बेरोजगारी से निजात पाने के लिए वन नेशन व एजुकेशन अनिवार्य-दद्दू प्रसाद
नागरिकों को संवैधानिक अधिकार और वोट कीताकत बताएं : श्यामलाल
सुलतानपुर/ बद्रीप्रसाद यादव उ.मा. विद्यालय आरडीह (दूबेपुर) में से.नि.लेफ़्टिनेंट रामलौट के नेतृत्व में मोस्ट कल्याण संस्थानउ.प्र. के तत्वाधान में "सारे बंधन तोड़ो, मोस्ट (बहुजन)समाज जोड़ो तथा वन नेशन वन एजुकेशन" पर मोस्टसमेलन का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्य वक्तापूर्व कैबिनेट मंत्री दद्दू प्रसाद ने कहा कि देश मे दोहरीशिक्षा नीति के कारण जहाँ कान्वेंट स्कूलों के पढ़ने वालेबच्चों में वैज्ञानिक समझ विकसित हो रही है किन्तुसरकारी प्राइमरी स्कूलों में पढ़ने वाले देश की बड़ीआबादी के बच्चे सोच-विचार में प्रवीणता व वैज्ञानिकसमझ विकसित न हो पाने के कारण बेरोजगार हो करधक्के खा रहा है। देश की गरीबी, बेरोजगारी, आदिसमस्याओं से निजात पाने के लिए 'वन नेशन-वन नेशन'अनिवार्य है।
पूर्व विधायक सफदर रज़ा ने कहा कि जिस दिनमोस्ट (बहुजन) के युवा वर्ग भारत के संविधान को पढ़और समझ कर अपनी ताकत और अधिकार जान लेंगेउस दिन देश की सत्ता बहुजनों के हाथ मे होगी।
मोस्ट कल्याण संस्थान के निदेशक शिक्षकशयमलाल निषाद ने कहा कि लोकतंत्रीय व्यवस्था मेंपीएम, सीएम सहित सभी जनप्रतिनिधियों का चुनावनागरिकों के कल्याण के लिए नागरिकों द्वारा किया जाताहै और नागरिक हितों की अनदेखी करने पर नागरिकोंद्वारा सत्ता या पद से बेदखल भी किया जा सकता है।अधिकारियों कर्मचारियों का पदभार भी अधिकाधिकनागरिक कल्याण के लिए है किन्तु नागरिकों को अपने शासक बनाने की ताकत का एहसास न होने के कारणजनप्रतिनिधियों व अधिकारियों के पीछे जुगाड़ या रिश्वतका सहारा लेते हैं। हमे लोकतंत्र में नागरिकों के हक-अधिकार व वोट की ताकत की जानकारी देने के लिएगाँव-गाँव चलना होगा अन्यथा लोकतंत्र लालफीताशाहीव घनिकतन्त्र बनकर रह जायेगा।
उक्त अवसर पर राधेश्याम भीम, हरिशंकर गौतम,रामनिहोर बौद्ध, जीशान अहमद, राजकुमार गौतम,एडवोकेट विनोद कुमार, राम उजागिर नेवीवाले, रविकांतनिषाद, भंते प्रज्ञानाम, बद्रीप्रसाद यादव, वी.पी. यादव,मानवेन्द्र चित्रकूट, रामनरायन यादव, राजेश कुमार कोरी,संतराम यादव, राजकुमार बौद्ध, विमल कुमार बौद्ध, रामसजीवन, बृजेश कुमार यादव, संतोष यादव, अमरजीत,संजीव बौद्ध, राम अवध यादव, अयोध्या प्रसाद यादव,जयकुमार बौद्ध सहित दर्जनों लोग उपस्थित रहे।कार्यक्रम की अध्यक्षता आर.ए. कोविद ने की।
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