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SIR के नाम पर भाई ने करा ली बहन के मकान और दुकान की रजिस्ट्री


फिरोजाबाद में विधानसभा मतदाता सूची के गहन पुनरीक्षण यानी SIR के नाम पर एक बड़ा धोखाधड़ी का मामला सामने आया है।जहां एक महिला को उसके ही सगे भाई ने फॉर्म भरने का भय दिखाकर उसके मकान और दुकान का बैनामा अपने नाम करा लिया। पीड़िता ने SSP को शिकायती पत्र भेजकर कार्रवाई की मांग की है और रजिस्ट्री निरस्त कराने के लिए अदालत पहुंची है।गुरुग्राम में रहकर सिलाई का काम करती सरताज खानम को अंदाजा भी नहीं था कि उसके अपने ही भाई आजाद की नीयत इतनी खतरनाक हो सकती है। सरताज ने मेहनत की कमाई से रसूलपुर थाना क्षेत्र के नालबंद चौराहा स्थित एक मकान और दुकान खरीदी थी लेकिन उसकी अनपढ़ता का फायदा उठाकर उसके भाई ने बड़ी चाल चल दी।आरोप है कि आरोपी भाई गुरुग्राम पहुंचा और सरताज को SIR यानी मतदाता सूची पुनरीक्षण का भय दिखाया। उसने कहा कि सरकार SIR फॉर्म भरने वालों की जांच कर रही है।अगर फॉर्म नहीं भरा तो देश से बाहर भेज दिया जाएगा देश से भी निकाला जा सकता है। यह सुनकर डर गई सरताज अपने भाई के साथ फिरोजाबाद आ गई.पीड़िता ने बताया कि भाई उसे सीधे तहसील ले गया। जहां कागज अपडेट कराने के नाम पर उससे कई दस्तावेजों पर हस्ताक्षर कराए गए। इस तहसील में बस इतना पूछा गया कि क्या वह मकान और दुकान गिफ्ट कर रही है लेकिन सरताज गिफ्ट का मतलब नहीं समझ पाई और हस्ताक्षर कर दिए।उसके बाद जो हुआ वह हैरान कर देने वाला था SIR फॉर्म नहीं बल्कि मकान और दुकान की रजिस्ट्री भाई के नाम चढ़ चुकी थी। सरताज खानम ने बताया कि मुझे कहा कि SIR का फॉर्म भरना है नहीं तो देश से बाहर निकाल देंगे। मैं अनपढ़ हूं कागज का मतलब नहीं समझ सकी।उसने धोखे से मेरा मकान–दुकान अपने नाम करा लिया.पीड़िता के विरोध करने पर भाई ने उसे जान से मारने की धमकी भी दी। जिसके बाद सरताज ने SSP फिरोजाबाद को शिकायती पत्र भेजकर सख्त कार्रवाई की मांग की है।वहीं महिला ने विवादित रजिस्ट्री को निरस्त कराने के लिए न्यायालय में वाद दायर कर दिया है।सरताज खानम का कहना है कि उसने जीवनभर की कमाई से मकान और दुकान खरीदे थे।जिन्हें उसके अपने भाई ने ही छलपूर्वक छीन लिया।अब वह न्याय की गुहार लगा रही है।फिलहाल पुलिस शिकायत की जांच कर रही है।

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