ब्रेकिंग न्यूज

महाकुंभ 2025 में 1800 गंगा सेवा दूत रखेंगे स्‍वच्‍छता का ख्‍याल


प्रयागराज दिव्य, भव्य, नव्य महाकुंभ को स्वच्छ बनाने के लिए सरकार के साथ RSS ने भी कमर कस ली है। 1800 गंगा सेवा दूत मोर्चा संभालने की तैयारी में जुट गए हैं। उन्हें 250-250 के समूह में बांटकर प्रशिक्षित किया जा रहा है। ये सभी मेला क्षेत्र में पालीथिन के प्रयोग को रोकने में सहयोग देंगे। विशेष तौर पर शौचालय, सड़कों की सफाई व्यवस्था, टेंट सिटी का निरीक्षण करेंगे।अगर कहीं भी गंदगी व पालीथिन का प्रयोग होता मिलेगा तो इन्फार्मेशन, कम्युनिकेशन टेक्नोलाजी सिस्टम के माध्यम से शिकायत दर्ज करा सकते हैं। जनमानस को पर्यावरण के प्रति सचेत भी करेंगे।

शहर में सभी पालीथिन के थोक विक्रेताओं को हिदायत दी गई है कि वे पालीथिन की सप्लाई न करें। प्रमुख स्नान पर्व पर स्थानीय उद्योग अस्थायी रूप से बंद रखे जाएंगे जिससे गंगा घाटों की स्वच्छता एवं पवित्रता बनी रहे।RSS के पर्यावरण संरक्षण गतिविधियों के संयोजक ने शुक्रवार को अनौपचारिक बातचीत में बताया कि संगठन की ओर से मेला क्षेत्र में सक्रिय स्वयंसेवक जगह जगह पर खड़े रहेंगे। श्रद्धालुओं और दुकानदारों से कहेंगे कि अपनी पालीथिन हमे दें और बदले में झोला ले लें। देशभर से थालियां और थैले एकत्र करने का अभियान चलाया जा रहा है। अब तक 15 लाख थालियां व थैले आ चुके हैं।इसमें से एक लाख 50 हजार का वितरण हो चुका है। कुल 21 लाख थालियां वितरित करने का लक्ष्य रखा गया है। इस अभियान को लिमका बुक आफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी शामिल किया जा सकता है।इसके अतिरिक्त दोने-पत्तल, कुल्हड़ आदि भी बनवाए जा रहे हैं। इन्हें मेला क्षेत्र में बांटा जाएगा। संगठन ने तय किया है कि सनातनी संस्कारों की जड़ों को गहरा करने के साथ इकोलाजी सिस्टम के बचाने पर भी जोर दिया जा रहा है। इसी के जरिए हरितकुंभ की परिकल्पना को मूर्तरूप दिया जाएगा। 

कोई टिप्पणी नहीं