महाकुंभ में ग्रामीण महिलाओं को मिलेगा रोजगार
लखनऊ त्रिवेणी के तट पर जनवरी 2025 को आयोजित होने जा रहा महाकुम्भ ग्रामीण महिलाओं के लिए रोजगार का महत्वपूर्ण माध्यम बनने जा रहा है। राज्य आजीविका मिशन से जुड़ी ग्रामीण क्षेत्र की स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को महाकुंभ क्षेत्र में विभिन्न स्टॉल और दुकानें दी जाएगी।राज्य आजीविका मिशन की तरफ से इसकी पूरी योजना तैयार की गई है। जिसमे ग्रामीण महिलाओं को ही लगाया जाएगा। इससे 5 हजार से अधिक ग्रामीण महिलाओं को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा.माघ मेला हो, कुम्भ मेला हो या फिर महाकुम्भ इनके आयोजन में करोड़ो लोग मेला क्षेत्र आते हैं। त्रिवेणी में स्नान के साथ मेला क्षेत्र में ये अल्पाहार से लेकर खाने पीने सामग्री लेते हैं।महाकुम्भ से अपने घर के लिए ये अपने उपयोग की वस्तुएं खरीदते हैं। इसे देखते हुए स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को भी रोजगार से जोड़ा जा रहा है। उपायुक्त एनआरएलएम बताते हैं कि मेला क्षेत्र में इन ग्रामीण महिलाओं को 5 कैंटीन संचालित करने की जिम्मेदारी देने की योजना है। मेला क्षेत्र के प्रत्येक सेक्टर ने इन महिलाओं को 10 दुकानें देने के लिए प्रस्ताव कुम्भ मेला प्राधिकरण को भेजा जा रहा है।इसके अलावा मेले की सरस हाट में भी 40 से अधिक दुकानें इन ग्रामीण महिलाओं को आवंटित करने के लिए अनुरोध किया गया है।महाकुंभ क्षेत्र में ये महिलाएं जो दुकान या स्टॉल लगाएंगी, उनके उत्पाद को इस तरह से तैयार कराया जा रहा है कि इससे प्रयागराज महाकुंभ की ब्रांडिंग भी शहर, कस्बे से लेकर गांव की गली गली तक हो।उपायुक्त एनआरएलएम के मुताबिक, महिलाओं के लिए आवंटित इन स्टॉल में बहु उपयोगी वस्तुओं के रखने की योजना है। महाकुम्भ के समय सर्दी रहेगी, ऐसे में सर्दी से बचाने वाले मफलर बनाए जा रहे हैं जिसमें महाकुम्भ का लोगो और स्लोगन लिखा होगा। इसी तरह महाकुम्भ की सेल्फी कैप भी युवा पीढ़ी के लिए तैयार करवाई जा रही जो सर्दी से भी रोकेंगे और युवाओं के लिए सेल्फी लेने में अच्छा लुक देंगी। एकलव्य आजीविका महिला समूह की नेहा बताती हैं कि उनकी समूह की महिलाएं ये उत्पाद तैयार कर रही हैं जिसमें कुम्भ के लोगो प्रिंट किए जाएंगे। प्रसाद के लिए तैयार हो रही डलियों में रखे गए अंगवस्त्रम में भी महाकुम्भ का लोगो और स्लोगन होगा।उत्तर प्रदेश की योगी सरकार श्रीअन्न के उत्पादन और उपयोग को निरंतर बढ़ावा दे रही है। प्रयागराज महाकुंभ का मंच इसके लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। राष्ट्रीय आजीविका मिशन की तरफ से श्रीअन्न के काउंटर भी महाकुम्भ मेला क्षेत्र में लगाए जाने की योजना हैं।राजीव कुमार सिंह बताते हैं कि मेला क्षेत्र में एक कैफिटेरिया और 5 कैंटीन खोली जाएंगी उसमें नाश्ते और खाने में श्रीअन्न के उत्पाद रखे जाएंगे। इसके अतिरिक्त जिले में श्री अन्न उत्पादक किसानों खरीदे गए श्रीअन्न के आधा दर्जन से अधिक काउंटर भी खोले जाएंगे। नारी शक्ति प्रेरणा संकुल समिति की अध्यक्षा चिंता देवी बताती हैं कि श्रीअन्न के जौ ,ज्वार , बाजरा और देसी गुड़ से विभिन्न उत्पाद तैयार किए जा रहे हैं, जिन्हें महाकुंभ में स्टॉल में रखा जाना है।
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