रिश्वत लेते लेखपाल अरेस्ट, एंटी करप्शन टीम ने रंगे हाथ पकड़ा
लखनऊ अलीगढ़ जिले के तहसील गभाना में नियुक्त लेखपाल ने तैनाती के चंद दिनों बाद ही अपनी नौकरी को महज 10,000 के लिए दाब पर लगा दिया। जिसकी शिकायत एंटी करप्शन टीम को हुई तो एंटी करप्शन टीम के द्वारा आरोपी लेखपाल को गिरफ्तार कर लिया है। पूरे मामले में थाना जवा में मुकदमा दर्ज करते हुए जांच पड़ताल शुरू कर दी गई है।मिली जानकारी के अनुसार आरोपी लेखपाल गीतम ने सरकार द्वारा मिलने वाले दुर्घटना बीमा योजना के तहत किसान को रिपोर्ट लगाने के नाम पर एक किसान से रुपये मांगे किसान के द्वारा इसकी सूचना एंटी करप्शन टीम को दी तो टीम भी हरकत में आ गई।एंटी करप्शन थाने के इंस्पेक्टर देवेंद्र सिंह के द्वारा मामले में जानकारी देते हुए बताया मामला चंडौस के गांव ताजपुर के किसान से जुड़ा हुआ है।एक किसान के पिता का 5 अगस्त को सड़क दुर्घटना में देहांत हो गया।किसान के द्वारा परिवार के आर्थिक लाभ के लिए किसान बीमा दुर्घटना योजना के तहत मुआवजे के लिए आवेदन किया. इसके लिए तहसील स्तर पर रिपोर्ट लगानी पड़ती थी।जो प्रशिक्षु लेखपाल गीतम सिंह द्वारा तैयार की जानी थी। लेकिन रिपोर्ट के लिए गीतम ने किसान से 25,000 रुपये की रिश्वत मांगी। जब किसान ने अपनी मजबूरी बताई तो दोनों के बीच 10,000 रुपये देने पर सहमति हुई।एंटी करप्शन करप्शन टीम द्वारा किसान को 10,000 रुपये दिए गए और गीतम के बताए स्थान पर भेजा गया।पहले गीतम ने किसान को कटरा मोड़ पर बुलाया। फिर शक होने पर अलीगढ़-गाजियाबाद हाईवे स्थित दौरऊ मोड़ पर बुलाकर रुपये मांगे। जैसे ही उसने पैसे लिए पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद उसे जवां थाने ले जाया गया।जहां पूछताछ की गई। प्राथमिक तौर पर एंटी करप्शन टीम के द्वारा दिए गए रुपए और लेखपाल से बरामद हुए रुपए एक ही है।जिसके आधार पर एंटी करप्शन टीम के द्वारा आरोपी लेखपाल को थाना जवा ले जाया गया।एंटी करप्शन टीम फिलहाल पूरे मामले की जांच पड़ताल कर रही है। गीतम लेखपाल ने मात्र 9 सितंबर से ही अपना प्रशिक्षण शुरू किया था।
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