बहराइच बवाल के बाद सख्त एक्शन,25 गिरफ्तार
बहराइच जिले में रविवार को देवी दुर्गा की मूर्ति के विसर्जन के दौरान गोलीबारी और पथराव की घटना को लेकर तनाव बढ़ गया है। देर रात तक इस घटना के विरोध में जगह-जगह विरोध प्रदर्शन देखने को मिला। जिस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख्त एक्शन के निर्देश दिए।इस घटना के बाद SHO और चौकी इंचार्ज को सस्पेंड कर दिया गया है। वहीं 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है जिनसे पूछताछ की जा रही है। इस मामले में देर रात पुलिस अफ़सरों ने ज़िम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई करते हुए हरदी थाने के SHO और महसी चौकी प्रभारी को निलंबित कर दिया है। पुलिस की प्राथमिक जांच में ये बात सामने आई हैं कि SHO और थाना प्रभारी द्वारा इस मामले में लापरवाही बरती गई। जिसके चलते बवाल बढ़ गया और माहौल खराब हुआ। आरोप है कि दोनों पक्षों के बीच जब विवाद बढ़ा तो मौके पर मौजूद पुलिस मूकदर्शक बनी रही।मौके पर SO की भी मौजूदगी नहीं थी।विसर्जन यात्रा के दौरान पथराव की घटना को लेकर जब पूजा समिति के लोगों ने विरोध किया तो पुलिस ने उन्हीं लोगों पर लाठी चार्ज कर दिया। जिसके बाद वहां भगदड़ मच गई।जिसके बाद तनाव और बढ़ गया।पुलिस ने इस मामले में दोनों पक्षों से 25 लोगों को भी गिरफ्तार किया है।जिनसे पूछताछ की जा रही है। पुलिस अधीक्षक वृंदा शुक्ला ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि इस घटना को लेकर सलमान नाम उपद्रवी समेत अन्य को नामजद किया गया है।अन्य आरोपियों की पहचान की जा रही है। आरोपियों को धरपकड़ के लिए टीमें डिस्पैच कर दी गईं हैं।प्रशासनिक अधिकारियों के समझाने के बाद प्रतिमाओं का विसर्जन शुरू हो गया है। बवाल के बाद इस क्षेत्र में तकरीबन 1100 मूर्तियों का विसर्जन रोका गया था।आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद रामलीला समिति के लोगों ने मूर्तियों का विसर्जन शुरू किया।दरअसल बहराइच के हरदी थाना क्षेत्र में महाराजगंज कस्बे से रेहुआ मंसूर गांव तक मूर्ति विसर्जन जुलूस निकला रहा था तभी उस स्थान पर दूसरे समुदाय के कुछ लोगों ने डीजे को लेकर आपत्ति जताई। जिसके बाद विवाद बढ़ा तो पथराव और गोलीबारी शुरू हो गई। जिसके बाद दोनों पक्षों में बवाल बढ़ गया।इस बवाल में रेहुआ मंसूर गांव के निवासी राम गोपाल मिश्रा (22) घायल हो गए।बाद में इलाज के दौरान उनकी मौत हो हो गई।
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