कोचिंग सेंटर चलाने वाले हो जाएं सावधान
यूपी के लगभग सभी जिला सहित सभी क्षेत्रों में बहुत से कोचिंग सेंटरों का संचालन हो रहा है। जिनमें से ज्यादातर सेंटरों का रजिस्ट्रेशन ही नहीं हुआ है। इसके बावजूद जिले के सभी हिस्सों में धड़ल्ले से कोचिंग सेंटरों का संचालन देखा जा सकता है। जिले में संचालित होने वाले कोचिंग सेंटरों की जल्द ही जांच होने वाली है।इसके लिए डीआईओएस कार्यालय डाटा भी तैयार करवा रहा है। जिले में संचलित कोचिंग सेंटर के रजिस्ट्रेशन, सुविधाओं, कोचिंग सेंटर में पढ़ा रहे शिक्षकों की योग्यता और इसके साथ ही कोचिंग सेंटर द्वारा चार्ज किए जाने वाले फीस को लेकर जांच पड़ताल की जाएगी।जिले में संचालित हो रहे कोचिंग संस्थानों द्वारा निर्धारित नियमों का उल्लंघन करने पर बड़ी कार्रवाई हो सकती है।ध्यान देने वाली बात है कि महाराजगंज जिले में सिर्फ 24 कोचिंग सेंटर ही ऐसे हैं। जिनका विभाग में रजिस्ट्रेशन है और इनमें से ज्यादातर कोचिंग सेंटर डिस्ट्रिक्ट हेडक्वार्टर में ही मौजूद हैं।जब हम बात करते हैं कोचिंग सेंटर के रजिस्ट्रेशन की तो उसे निर्धारित नियमों का पालन करना होता है।कोचिंग सेंटरों को अग्निशमन विभाग से एनओसी लेनी होती है।लेकिन बिना रजिस्ट्रेशन के चल रहे इन कोचिंग सेंटरों को किसी तरह के एनओसी की भी चिंता नहीं है।इसके अलावा जिले में संचालित हो रहे अलग-अलग कोचिंग सेंटर में पढ़ने वाले स्टूडेंट से प्रत्येक विषय के अनुसार 500 से 700 रुपए भी चार्ज कर रहे हैं। जबकि कोचिंग सेंटर में पढ़ाने वाले शिक्षकों के योग्यता को लेकर किसी को कोई परवाह नहीं है।विभाग इन कोचिंग सेंटर पर बड़ी कार्यवाही करने वाला है। जिसके लिए तेजी से इन कोचिंग सेंटर के डाटा तैयार किए जा रहा है।
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