सीओ-एसओ समेत 17 पुलिसकर्मी सस्पेंड, 2 गिरफ्तार
बलिया में अवैध वसूली में संलिप्त पुलिसकर्मियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई हुई है।एडीजी वाराणसी और डीआईजी आजमगढ़ की संयुक्त टीमों ने छापामार कर बलिया के थाना नरही अंतर्गत भरौली तिराहा पर अवैध वसूली के संगठित गिरोह का पर्दाफाश किया है। मामले में पुलिसकर्मियों की संलिप्तता की उजागर हुई है।तत्काल कार्रवाई करते हुए संबंधित थानाध्यक्ष नरही और चौकी प्रभारी कोरंटाडीह सहित 3 उपनिरीक्षक, 3 मुख्य आरक्षी, 10 आरक्षी और 1 आरक्षी चालक को निलम्बित किया गया है। छापेमारी के दौरान 3 पुलिसकर्मी भाग गए जबकि 2 पुलिसकर्मी सहित 16 दलालों को गिरफ्तार किया गया है।
निलंबित पुलिसकर्मियों के आवास को सील करते हुए सभी के विरुद्ध मुकदमा भी पंजीकृत किया गया है।भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति के साथ मिशन मोड में मुख्यमंत्री योगी की कार्यवाही तेजी से जारी है।इस क्रम में बुधवार देर रात हुई इस कार्रवाई के संबंध में अधिकारियों ने बताया कि विगत कुछ दिनों से सूचना मिल रही थी कि उ.प्र.-बिहार सीमा पर बक्सर बिहार से बलिया में आने वाली ट्रकों से थाना नरही के भरौली तिराहा पर पुलिस कर्मियों द्वारा कुछ दलालों के माध्यम से अवैध वसूली करायी जा रही है। इस सूचना पर पुलिस महानिदेशक द्वारा अपर पुलिस महानिदेशक, वाराणसी जोन, वाराणसी और पुलिस उपमहानिरीक्षक, आजमगढ़ परिक्षेत्र, आजमगढ़ को कार्यवाही के निर्देश दिए गए थे.उच्चस्तरीय निर्देश पर अपर पुलिस महानिदेशक, वाराणसी जोन, वाराणसी और पुलिस उपमहानिरीक्षक, आजमगढ़ परिक्षेत्र, आजमगढ़ की संयुक्त टीमें बुधवार रात करीब 1.30 पर वाराणसी और आजमगढ़ से कुल 5 टीमें भरौली तिराहे पर पहुँची।जहां ट्रकों से पुलिस कर्मियों द्वारा की जा रही वसूली की सूचना सही पाई गई। मौके से 1 आरक्षी हरदयाल सिंह गिरफ्तार हुआ और 1 मुख्य आरक्षी विष्णु यादव और 2 आरक्षी दीपक मिश्रा और बलराम सिंह कुल 3 पुलिस कर्मी भाग गए। पुलिस कर्मियों द्वारा प्राइवेट व्यक्तियों को दलाल के रूप में प्रयुक्त कर वसूली की जा रही थी। 16 दलाल भी पकड़े गए। दलालों का अपराध करने का तरीका यह था कि बक्सर से आने वाले ट्रकों से पूर्व से सुनियोजित ढंग से बात तय कर लेते थे कि कितने कितने बजे से कितने-कितने बजे तक यह ट्रक उत्तर प्रदेश के थाना नरही क्षेत्र में से गुजरेंगे और बलिया में इन ट्रकों के प्रवेश करते ही प्रत्येक ट्रक से करीब 500 रुपये हर ट्रक से वसूला जाता था। एक रात्रि में ही अनुमानित 1000 ट्रक बक्सर से बलिया में प्रवेश करते थे। इस प्रकार एक रात्रि में ही इन संगठित गैंग के द्वारा अनुमानित 5 लाख रूपये का अवैध कारोबार फल-फूल रहा था किया जाता था जिसे स्थानीय पुलिस और दलालों में बांटा जाता था।मौके पर गिरफ्तार दलालों से 37360 रुपये, 14 मोटरसाइकिल, 25 मोबाइल और 2 नोट बुक बरामद हुए हैं। इन दो नोट बुक में विगत रात्रि और उससे पूर्व के कई दिन और रात्रियों में पास कराये गये ट्रकों का विवरण अंकित है।अब इस विवरण के आधार पर इस संगठित गिरोह द्वारा किये जा रहे इस अवैध वसूली के नेटवर्क का पर्दाफाश किया जाएगा।जांच में पता चला कि दलाल गाड़ियों की संख्या गिनकर उसके हिसाब से पैसा थानाध्यक्ष नरही को देते थे।
इसकी जानकारी मिलते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़े अधिकारियों पर भी कार्रवाई के निर्देश दिए। बलिया के पुलिस अधीक्षक देवरंजन वर्मा व अपर पुलिस अधीक्षक दुर्गा तिवारी को पद से हटाकर प्रतीक्षारत कर दिया गया है। सीओ शुभ सुचित को निलंबित कर दिया गया। 32वीं वाहिनी पीएसी में कमांडेंट रहे विक्रांत वीर को बलिया का पुलिस अधीक्षक बनाया गया है।
कोई टिप्पणी नहीं