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सुलतानपुर में प्रशासन लापरवाही और ग्रामीणों की निर्दयता ने ले ली 2 गोवंशों की जान, 24 घंटे बाद बंधक बने जानवर हुए आजाद


सुलतानपुर जिले में प्रशासन की लापरवाही और ग्रामीणों की निर्दयता के चलते दो गोवंशों की भूख से तड़पकर मौत हो गई है। दरअस्ल आवारा पशुओं के आतंक से परेशान ग्रामीणों ने एक दिन पूर्व सैकड़ों गोवंशों को स्कूल में कैद कर दिया था। चौबीस घंटे बेजुबान पशुओं ठंड में चारा-पानी के बगैर रहे। प्रशासनिक अधिकारियों की कान पर जूं तक नहीं रेगी। आज जब पशुओं को गोशाला ले जाने की प्रक्रिया शुरू हुई तो दो गोवंश मृत पाए गए। मामला हलियापुर के सिंदुरापुर डीह गांव का है।बल्दीराय तहसील अंतर्गत सिंदुरापुर डीह गांव में ग्रामीण आवारा पशुओं के आतंक से काफी परेशान हैं। ग्रामीणों की फसलें बर्बाद हो रही हैं।

लेकिन शिकायत के बाद भी आवारा पशु गौशाला में नहीं ले जाए गए। ऐसे में ग्रामीणों ने रविवार को प्राथमिक विद्यालय सिंदुरापुर डीह में 100 से अधिक आवारा पशुओं को बंधक बना लिया  था। सुबह से लेकर रात भर जानवर विद्यालय में भूखे प्यासे बंद रहे। किसान सत्येंद्र प्रताप सिंह, सियाराम, शिव मूरत, ध्रुव राज, बृजेश, लवलेश, संतोष, शुभम कुमार, रमेश कुमार, आदित्य, महेश कुमार आदि ग्रामीणों ने बताया कि हम लोग ग्राम प्रधान, सचिव व ब्लॉक पर खंडविकास अधिकारी तक से इसकी शिकायत कर चुके हैं। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। हम लोग परेशान होकर यह निर्णय लिए। सोमवार को खंड विकास अधिकारी एसएन सिंह ने मामले का संज्ञान लिया। सुबह 8 बजे के लगभग एक पिकअप वाहन से जानवरों को हलियापुर गोशाला भिजवाया जा रहा था। लेकिन संख्या अधिक थी इसलिए ग्राम प्रधान प्रतिनिधि गोकरन शुक्ला ने दोपहर में ग्रामीणों को इकट्ठा करके ताला खोलकर सारे जानवरों को हलियापुर के लिए भिजवाने की व्यवस्था सड़क मार्ग से की।इतने में विद्यालय में दो गोवंश मरे हुए दिखाई पड़े।माना जा रहा है कि इनकी मौत भूख प्यास से तड़प कर हो गई है। हालांकि अब गोवंश की मौत पर कोई बोलने को तैयार नहीं है।

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