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युवती ने सुनाई पुलिस को आपबीती,पिता ने किया दुष्कर्म,पति ने कराया देह व्यापार


आजमगढ़ जिले  से रिश्तो को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है।यहां एक कलयुगी पिता ने अपनी बेटी के साथ 2 साल तक दुष्कर्म किया। जब आरोपी का मन इतने में नहीं भरा तो उसने विवाह के नाम पर बेटी का ढ़ाई लाख रुपए में सौदा कर दिया। फिर पति भी उससे देह व्यापार कराने लगा।युवती के प्रेग्नेंट होने पर पति उसे छोड़कर भाग गया।तो पिता ने भी उसे रखने से इंकार कर दिया। युवती ने जिला विधिक सेवा प्राधिकरण पहुंचकर न्याय की गुहार लगाई।मामला जिले के तरवां थाना क्षेत्र की रहने वाली युवती ने सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण धनंजय कुमार मिश्रा के कार्यालय पर बृहस्पतिवार को पहुंची। युवती ने बताया कि पिता ने विवाद के बाद उसकी मां को छोड़ दिया है और उसे जबरन अपने पास रखे हुए था।जब वह कक्षा दसवीं में पढ़ रही थी तो उसके पिता उसे कोई दवा खिलाने लगे थे। जिससे वह सुस्त रहने लगी थी। इसके बाद पिता ने उसके साथ दुष्कर्म करना शुरू कर दिया। इसके साथ ही उसे गर्भनिरोधक दवा भी वे खिलाते थे। 2 सालों तक पिता ने ही शारीरिक शोषण किया। युवती ने बताया कि जब उसके पिता की करतूतों की जानकारी ग्रामीणों को लगी तो उन्होंने पिता को काफी मारा पीटा।इसके बाद पिता ने दिसंबर 2022 में उसका विवाह गाजीपुर जिले के रहने वाले विपिन यादव के साथ कर दिया। कहने को तो शादी हुई थी लेकिन पति विपिन उसे हमेशा इधर उधर ले जाकर देह व्यापार करा रहा था। जिससे वह गर्भवती हो गई तो उसने गर्भ निरोधक दवा खिला दिया। जिससे ब्लीडिंग होने पर जब वह अस्पताल पहुंची तो नर्स ने बताया कि दवा से ब्लीडिंग जरूर हो गई।लेकिन गर्भपात नहीं हुआ है।इसके बाद पति ने मेरे पिता को फोन कर सारी बात बता दिया और शादी के वक्त दिया गया ढाई लाख रुपये मेरे पिता से मांगने लगा।जिसे देने से पिता ने इंकार कर दिया। इसके बाद पति विपिन मुझ़े रायपुर बाजार में छोड़ कर चला गया। किसी तरह वह पिता के घर पहुंची तो पिता ने भी साथ रखने से इंकार कर दिया। युवती ने अब सचिव विधिक सेवा प्राधिकारण को पत्रक देकर न्याय की गुहार लगाया।सचिव ने स्वत: प्रकरण को संज्ञान में लिया और युवती को महिला थाना प्रभारी के सुपुर्द कर दिया। महिला थाना प्रभारी  ने बताया कि सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकार की सूचना पर पिता व पति द्वारा शारीरिक शोषण की शिकार युवती को अपने साथ थाने ले जा रही हूं। उच्चाधिकारियों को इस बाबत जरूरी सूचना दे दी गई है। उच्चाधिकारियों के निर्देशानुसार आगे की कार्रवाई करायी जाएगी।

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