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5 शूटर्स पर ढाई-ढाई लाख का इनाम


उमेश पाल हत्याकांड के पांच आरोपियों पर इनाम राशि बढ़ाकर ढाई-ढाई लाख कर दी गई है। पहचान होने के बावजूद 8 दिन बाद भी इस हत्याकांड के 5 शूटरों की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। इनमें अतीक अहमद का बेटा असद भी है। सूत्रों के मुताबिक क्राइम ब्रांच और एसटीएफ की रडार पर 20 हजार मोबाइल नंबर हैं। अतीक अहमद गैंग से जुड़े 150 से अधिक लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा चुकी है।लेकिन अब तक कुछ भी ठोस नहीं मिल पाया है।  वहीं अतीक के दोनों नाबालिग बेटों का पता चला गया है। वह सुधार गृह में बंद है।इस हत्याकांड में पुलिस ने 27 फरवरी को एक बदमाश अरबाज को एनकाउंटर में मार गिराया। दावा किया कि अरबाज शूटरों को कार से घटनास्थल पर ले गया था। फिर वारदात के बाद वापस चकिया लेकर आया था। 27 फरवरी को सुलेमसराय के नेहरू पार्क के पास अरबाज का एनकाउंटर किया गया था। वहीं दूसरी कार्रवाई में मुस्लिम बोर्डिंग हॉस्टल से सदाकत खान को गिरफ्तार किया था। बताया जा रहा है कि इसी के कमरे में हत्याकांड की पूरी साजिश रची गई थी।24 फरवरी को उमेश पाल और उनके दो गनर की हत्या में जिन 5 शूटरों की पहचान हुई है। उनमें अतीक का बेटा असद, शूटर गुडूड मुस्लिम, शूटर गुलाम, शूटर साबिर और शूटर अरमान हैं। हत्याकांड से जुड़े जो फुटेज पुलिस को मिले हैं या जारी किए गए हैं। इनमें इन सभी का चेहरा दिख रहा है। प्रयागराज पुलिस ने सभी शूटरों पर 50-50 हजार का इनाम घोषित किया था। इनाम राशि को बढ़ाने के लिए शासन को लेटर लिखा गया था। इसके बाद डीजीपी  ने इनाम राशि बढ़ाकर ढाई-ढाई लाख रुपए कर दी है।क्राइम ब्रांच और एटीएफ जहां हत्याकांड में शामिल शूटरों की तलाश में जुटी है। वहीं प्रशासन और लोकल पुलिस का फोकस बुल्डोजर एक्शन पर है। अब तक अतीक 3 करीबियों पर बुल्डोजर एक्शन हो चुका है। 1 मार्च को चकिया के जिस घर में शाइस्ता परवीन रहती थीं। उसे ध्वस्त किया गया। यह घर जफर अहमद के नाम पर था। फिर 60 फीट रोड स्थित सफदर के मकान पर बुलडोजर चला। इसके बाद, 3 मार्च को मासूकउद्दीन के घर को जमींदोज किया गया। मासूकउद्दीन को अतीक का फाइनेंसर बताया जा रहा है।

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