ब्रेकिंग न्यूज

जिस पत्नी की हत्या को लेकर पति को जेल में रहना पड़ा,12 साल बाद प्रेमी के घर जिंदा मिली

 


लखनऊ अमेठी में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। बिना किसी जुर्म के एक आदमी को जेल की सजा काटनी पड़ी। जिस पत्नी की हत्या को लेकर पति को जेल में रहना पड़ा वो अचानक से 12 साल बाद मिल गई।पति ने अपनी पत्नी को जनपद रायबरेली से खोज निकाला। तो अब उसके घर वाले मामले में सुलहनामा करने की बात कह रहे हैं।पूरा मामला जनपद अमेठी के जायस थाना के अली नगर इलाके का है। जहां के रहने वाले मनोज कुमार वर्मा अपनी पत्नी सीमा वर्मा के साथ रहते थे। 25 मार्च 2011 को युवक की पत्नी सीमा वर्मा अचानक से गायब हो गई।काफी खोजबीन के बाद भी पत्नी का पता नहीं चला। युवक मनोज के ससुराल वालों ने सीमा वर्मा के पति मनोज वर्मा के खिलाफ अपनी ही पत्नी की हत्या कर शव को छुपा देने का आरोप लगाकर थाने में मुकदमा दर्ज कराया।जिसके बाद मनोज को 11 दिन जेल की सजा भी काटनी पड़ी।जेल से जमानत पर छूटने के बाद मनोज लागतार अपनी पत्नी की खोजबीन कर रहा था।इसके साथ ही वह मुकदमे को लेकर न्यायालय का भी चक्कर लगा रहा था। वहीं 11 साल बाद 10 जनवरी 2023 को मनोज को उसके पत्नी के जिंदा होने की सूचना मिली।मनोज ने जानकारी की तो पता चला कि उसकी पत्नी अपने 3 बच्चों के साथ मायके रहती थी। जिसके बाद मनोज ने जनपद रायबरेली के थाना भदोखर में सूचना दी। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने उसकी पत्नी का बयान करने के साथ ही अन्य विधिक कार्रवाई की।पीड़ित पति मनोज ने बताया कि उसकी पत्नी सीमा जो रायबरेली की रहने वाली है 12 वर्ष पहले वह किसी आदमी के साथ भागकर शादी कर ली।इतना जानने के बावजूद भी उनके घर वालों ने हमारे ऊपर झूठा मुकदमा लगाया है। जिसके चलते हमको जेल की सजा काटनी पड़ी। 12 साल से चल रहे मुकदमे के चलते हमारी रोजी रोटी छिन गई है। हम चाहते है की पत्नी का कोर्ट में बयान हो जाए जिससे हम निर्दोष साबित हो जाएं।पत्नी के जिंदा मिलने के बाद पुलिस की कार्यशैली पर सवालिया निशान उठने लगा है। पत्नी के घर वालों के द्वारा लगाए गए आरोप भी बेबुनियाद साबित हो गए हैं।पुलिस की लापरवाही और गलत आरोप के चलते पीड़ित व्यक्ति को 11 दिन जेल की सजा काटने के साथ ही 12 साल से न्याय के लिए न्यायालय का चक्कर लगाना पड़ रहा है।तिलोई सर्किल CO  ने बताया कि रायबरेली में प्रार्थना पत्र दिया गया है।पुलिस आगे की जांच में जुटी है।

कोई टिप्पणी नहीं