ब्रेकिंग न्यूज

बाप और दो बेटियों ने फंदे से लटककर की खुदकुशी

 


लखनऊ गोरखपुर जिले के शाहपुर इलाके में गीता वाटिका स्थित घोसीपुरवा में पिता और 2 बेटियों ने दुपट्टे के सहारे फंदा बनाकर खुदकुशी कर ली। घटना की जानकारी मिलते ही इलाके में सनसनी फैल गई। सूचना पर SP सिटी और फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंची और जांच पड़ताल करने के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए।  जानकारी के मुताबिक शाहपुर इलाके के गीता वाटिका स्थित घोसीपुरवा निवासी ओमप्रकाश श्रीवास्तव के 2 बेटे हैं। दोनों अलग बगल के मकान में रहते हैं। ओमप्रकाश मूल रूप से बिहार के गुठनी थाना क्षेत्र सिवान के रहने वाले हैं। घोसीपुरवा में 30 साल से मकान बनवा कर रहते हैं। ओम प्रकाश के बड़े बेटे जितेंद्र श्रीवास्तव (45) अपनी दो बेटियों और पिता के साथ रहते थे। जितेंद्र श्रीवास्तव घर में ही सिलाई का काम करते थे।  ट्रेन से गोरखपुर आते समय एक पैर कट गया था। कृत्रिम पैर के सहारे घर में ही सिलाई का काम करते थे जबकि उनकी पत्नी  दो साल पहले कैंसर से मौत हो गई थी। उनकी दोनों बेटियां मान्या श्रीवास्तव (16) और मानवी श्रीवास्तव (14) आवास विकास स्थित सेन्ट्रल एकेडमी में कक्षा 9 और 7 में पढ़ती थीं।

मृतक के पिता ओमप्रकाश प्राइवेट गार्ड का काम करते हैं। सोमवार की रात शहर में ड्यूटी पर गए थे। सुबह मकान पहुंचे तो एक कमरे में बेटा और दूसरे कमरे में 2 बेटियों के शव दुपट्टे के सहारे लटकता मिला। सूचना पर पहुंची पुलिस ने जांच पड़ताल करने के बाद शवोंं को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। घर से मिले 2 मोबाइल फोन और सुसाइड नोट की पुलिस जांच कर रही है।
जितेंद्र ने घर में 3- 4 तोता पाले थे। तोता के पास 1 सुसाइड नोट लिखा मिला है। उसमें लिखा है हमारे मरने के बाद सभी तोतों को उड़ा दिया जाए। लेकिन पुलिस ने तोतों को कब्जे में ले लिया है। सुसाइड नोट को दोनों बेटियों की हैंडराइटिंग से मैच कराया जाएगा।SSP के मुताबिक घटना वाली जगह से कुछ चीजें मिली हैं जिसकी शुरुआती जांच से यह पता चलता है कि घटना सुसाइड है। कुछ कर्ज और परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने की बात भी सामने आ रही है। पुलिस हर एक पहलुओं पर जांच कर रही है।मृतक जितेंद्र के छोटे भाई नितीश श्रीवास्तव का बगल में ही दूसरा मकान है। नितीश ने बताया कि मान्या 10वीं और मानवी 9वीं में सेंट्रल अकादमी में पढ़ती थीं। जितेंद्र पेशे से दर्जी थे। 22 महीने पहले जितेंद्र की पत्नी की मौत कैंसर से हो चुकी है। परिवार में सबकुछ ठीक चल रहा था। समझ नहीं आ रहा कि ऐसा क्या हो गया। किसी तरह का परिवार के ऊपर कोई लोन नहीं था। जितेंद्र घर में ही सिलाई का काम करता था।

कोई टिप्पणी नहीं