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युवक की गोली लगने से मौत, नहर की पटरी पर लावारिस हालत में मिला शव,मर्डर-सुसाईड में उलझी गुत्थी


सुल्तानपुर जिले में पूर्व प्रधान के पुत्र की गोली लगने से मौत हो गई है। शव नहर किनारे लावारिस हालत में मिला है। पुलिस के लिए समस्या खड़ी हो गई है कि घटना आत्महत्या है या हत्या? पुलिस इसके तलाश में लग गई है।

कादीपुर कोतवाली क्षेत्र के लक्ष्मणपुर ग्राम पंचायत निवासी पूर्व प्रधान शिव प्रसाद यादव उर्फ सुशील यादव के 26 वर्षीय बड़ा पुत्र विकास यादव की संदिग्ध परिस्थितयों में मौत से क्षेत्र में हड़कंप मच गया है।

मृतक असम के लोक निर्माण विभाग में संविदा कर्मचारी था। बीती 19 सितंबर को वो गांव आया था और कल देर शाम से वो गायब था।आज ग्रामीणों ने घर से 100 मीटर की दूरी पर शारदा सहायक खंड 16 की पटरी पर विकास को घायल अवस्था में पड़ा देखा तो आनन-फानन में परिजनों को सूचना दिया। मौके पर पहुंचे परिजन व ग्रामीणों ने देखा तो विकास के माथे पर गोली लगी हुई थी और उसकी मृत्यु हो चुकी थी। 315 बोर का तमंचा मृत विकास के बाएं पैर के पास पड़ा था। घटना की सूचना मिलते ही अपर पुलिस अधीक्षक विपुल श्रीवास्तव, पुलिस उपाधीक्षक रमेश कुमार, प्रभारी निरीक्षक कोतवाली कादीपुर सहित अनेक थानों की फोर्स मौके पर पहुंचकर स्थिति का आकलन करने में जुट गई है। ASP के निर्देश पर फॉरेंसिक टीम डॉग स्क्वॉयड इस घटना की गहनता से जांच करने में लगे हुए हैं। हृदय विदारक घटना से परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया।

मृतक विकास के पिता सुशील इस मामले में कुछ बोल नहीं पा रहे हैं। पुलिस ने विकास के मृत्यु का कारण संदिग्ध मानते हुए लाश का पंचनामा भर कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। फिलहाल फोरेंसिक टीम की जांच में मृतक विकास यादव की जेब से मिले सुसाइड नोट मिलने से घटना में नया मोड़ आ गया है। पुलिस हत्या और आत्महत्या दोनों पहलुओं की जांच में लग गई है। विकास यादव की हत्या की गई है कि विकास ने आत्महत्या की है यह जांच का पहलू बन गया है।

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