फर्जी नियुक्ति का खौफ दिखाकर टीचरों से मांगते थे रंगदारी,तीन गिरफ्तार
लखनऊ UPSTF और गोरखपुर पुलिस ने बर्खास्त शिक्षक के वसूली गैंग का खुलासा करते हुए तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। दिलचस्प बात यह है कि वसूली गैंग के लोग फर्जी नियुक्ति का डर दिखाकर सरकारी टीचरों से रंगदारी मांगा करते थे। STF और कैंट पुलिस की संयुक्त टीम ने गैंग सरगना बर्खास्त शिक्षक राजकुमार यादव और उसके दो साथियों को गिरफ्तार किया है।गिरफ्तार आरोपियों के पास से वोटर कार्ड, आधार कार्ड, मोबाइल समेत तमाम फर्जी दस्तावेज बरामद किए गए हैं। वहीं मामले का खुलासा करते हुए कैंट थानेदार ने बताया है कि सरकारी स्कूलों में तैनात शिक्षकों को उनके अंकपत्र और प्रमाण पत्र में कमी बताकर बर्खास्त शिक्षक अपने गुर्गों के साथ रंगदारी मांगा करता था।रंगदारी नहीं देने पर STF और BSA दफ्तर में शिकायत करने का धौंस देते थे। कैंट इंस्पेक्टर के मुताबिक वसूली गैंग का सरगना बर्खास्त शिक्षक महराजगंज जिले का राजकुमार यादव है और गोरखपुर जिले के बेलीपार निवासी रुद्र प्रताप यादव और बस्ती के गिरधारी लाल जायसवाल के जरिए सरकारी शिक्षकों को फर्जी नियुक्ति का डर दिखाकर रंगदारी मांगा करता था।खुलासे के दौरान कैंट पुलिस ने बताया कि जिले के कौड़ीराम में सहायक अध्यापक के पद पर कार्यरत शिक्षक ने कैंट थाने में शिकायत की थी. पीड़ित शिक्षक को स्पीड पोस्ट के जरिए उसके B.P.Ed के अंकपत्र फर्जी बातकर STF और BSA आफिस में शिकायत करने के नाम पर धमकी देकर रंगदारी मांगी गयी थी। पैसे नहीं दिए जाने पर जान से मारने की भी धमकी शिक्षक को दी गई थी। जिस पर पीड़ित शिक्षक द्वारा थाना कैंट में मुकदमा पंजीकृत कराया गया था. तफ्तीश के दौरान पता चला कि गिरधारी जायसवाल जो वर्तमान में सहायक अध्यापक के पद पर कार्यरत है वह अपने विभाग का डाटा चुराकर अपने साथी राजकुमार यादव और रुद्र प्रताप को देता था।इन लोगों द्वारा ऐसे लोगों को टारगेट किया जाता था जिनके अंकपत्र व डॉक्यूमेंट में कोई कमी होती थी। STF और BSA दफ्तर में शिकायत करने का डर दिखाकर शिक्षकों से रंगदारी मांगी जाती थी।
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