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पुलिस को सूचना दिए बगैर जिले में दाखिल हुई थी लखनऊ की पुलिस,सुल्तानपुर से उठाए गए युवक को लखनऊ पुलिस ने भेजा जेल

 


चोरी के गहने खरीदने के आरोप में हुई कार्रवाई

योगेश यादव

सुल्तानपुर युवक की गिरफ्तारी प्रकरण से पर्दा उठ गया है।बीते शुक्रवार को लखनऊ पुलिस सुल्तानपुर शहर स्थित खैराबाद मोहल्ले में पहुंची थी। वहां उसने दूसरे तल से पर रह रहे संतोष निकम को गिरफ्तार किया था। इस बीच पुलिस ने कार्रवाई के दौरान पूरे मामले को स्थानीय पुलिस से गोपनीयता बरती। राजधानी के चिनहट थाने के प्रभारी ने बताया कि तीन शातिर चोर गिरफ्तार हुए हैं ।जिनके बयानों के आधार पर सुल्तानपुर से उक्त युवक को अरेस्ट किया गया है। बताया जाता है कि चोरों ने कई घरों से माल नकदी और आभूषण चुराए थे।वह सुल्तानपुर में आभूषण गलाने के कारीगर संतोष निगम के हाथों माल को गला कर उससे फायदा उठाते थे । पकड़े गए चोरों के खिलाफ गोमतीनगर थाने में भी मुकदमा दर्ज हुआ है ।संतोष कई घटनाओं के मामले में अभियुक्त बनेगा।

22 जुलाई को बस्ती पुलिस गुपचुप जिले में हुई थी दाखिल

 फिलहाल बताया जाता है कि इसके पूर्व एआरटीओ दफ्तर के पास सूरज मौर्या को उठाया गया था ।उस मामले में भी बस्ती पुलिस द्वारा स्थानीय पुलिस को कोई सूचना नहीं दी गई ।बोलेरो से सादी वर्दी में आयी बस्ती जिले की पुलिस ने सूरज मौर्या को उठाया था ।संतोष मौर्य लंभुवा थाने के भुवापुर का रहने वाला था ।परिजनों के मुताबिक पुलिस ने संतोष को गिरफ्तार करने से पहले परिजनों को कोई जानकारी नहीं दी। उसे किसी को फोन भी नहीं करने दिया गया ।कई दिन बाद बाद में पता चला कि बस्ती जिले की पुलिस ने इस मामले में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।हाँ यह बात जरूर रही कि गिरफ्तारी के थोड़ी देर बाद ही सूरज मौर्य ने अपने एक मित्र से तत्काल 30 हजार रुपये मांगे थे।उसने कहा मैं आफत में हूँ पैसे दे दो वरना ये लोग मुझे छोड़ेंगे नही।फोन कटने के बाद घबराए मित्र ने परिजनों को सूचित किया लेकिन डिमांड पूरी नही करने पर वह जेल चला गया।

सुल्तानपुर पुलिस को पता नही,घनी बस्ती से उठाया गया युवक ,कथित एसओजी टीम ने युवक को घर से उठाया:-परिजन खबर की अधिक जानकारी के लिए पढ़ें

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