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भाई के सर्टिफिकेट पर नौकरी कर रहा था सिपाही


 लखनऊ पीएसी 38वीं वाहिनी में तैनात फिरोजाबाद निवासी एक आरक्षी यानी सिपाही पर बड़े भाई के शैक्षणिक दस्तावेजों के आधार पर नौकरी पाने का मामला सामने आया है। आरोपी सिपाही को निलंबित कर दिया गया है। इसके अलावा उसके खिलाफ थाना क्वार्सी में 38वीं वाहिनी की ओर से मुकदमा भी दर्ज कराया गया है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है। फिलहाल आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया गया है। 38वीं वाहिनी के सूबेदार सैन्य सहायक के पद पर तैनात चंद्रभान की ओर से दर्ज कराए मुकदमे के मुताबिक विजयपाल पुत्र विद्याराम निवासी मुईउद्दीनपुर, नारखी, फिरोजाबाद 2016 में सिपाही के पद पर नौकरी पाया था। उसके खिलाफ उसी के गांव के डालचंद पुत्र हरप्रसाद ने शिकायत की थी कि विजयपाल का असली नाम अजय है। विजयपाल उसका बड़ा भाई है। भाई के शैक्षणिक दस्तावेजों के आधार पर अजय ने अपना नाम विजयपाल बताते हुए पीएसी/पुलिस भर्ती में आवेदन किया और इन्हीं दस्तावेजों के सहारे नौकरी प्राप्त कर ली है। इस मामले को गंभीरता से लिया गया। तत्कालीन सहायक सेनानायक उमर दराज खां ने विभागीय जांच में मामला सही पाया गया। विजयपाल का असल नाम अजय पाया गया। विजयपाल उसके बड़े भाई का नाम निकला और यह भी सही पाया गया कि उसने अपने भाई के दस्तावेजों के आधार पर नौकरी प्राप्त की थी। जांच उपरांत आरोपी सिपाही को निलंबित कर दिया गया है।विजय सिंह क्वार्सी इंस्पेक्टर ने कहा, 'पीएसी की ओर से मुकदमा दर्ज कराया गया है। आरोपी सिपाही को निलंबित किया गया है। पुलिस अपने स्तर से मामले की जांच कर रही है।

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