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मीनाक्षी को केस न दर्ज करने की सलाह देते अफसरों का वीडियो आया सामने


लखनऊ मनीष गुप्ता की मौत के मामले में गोरखपुर पुलिस का एक ऐसा वीडियो सामने आया है  जिसने सिस्टम पर सवाल उठा दिए हैं। मंगलवार रात के इस वीडियो में जिलाधिकारी व एसएसपी मीनाक्षी और उसके परिवार को किसी भी हाल में केस न दर्ज कराने की सलाह दे रहे हैं।बीआरडी मेडिकल कॉलेज पुलिस चौकी में यह वीडियो बना है। इसमें मीनाक्षी 4 साल के मासूम बेटे को गोद में लेकर जिलाधिकारी और एसएसपी से पति की मौत का इंसाफ मांग रही हैं।वीडियो की पुष्टि करते हुए मनीष की पत्नी मीनाक्षी ने कहा ​कि रात 8 से रात 12 बजे तक अधिकारियों और परिवार की बैठक दो राउंड चली। इसमें डीएम और एसएसपी  ने किसी भी हाल में केस न दर्ज कराने की सलाह दी।मृतक मनीष के बहनोई आशीष गुप्ता ने बताया कि मीनाक्षी के साथ वह भी मौजूद थे। मीनाक्षी भाभी ने सरकारी नौकरी की मांग करते हुए कहा था कि अब उनकी और बेटे की परवरिश कौन करेगा इस पर अधिकारी समझाते रहे कि मनीष कोई सरकारी नौकरी तो करते नहीं थे जो आपको मिलेगी आशीष ने बताया कि अधिकारियों ने यह स्वीकार किया कि उन्हें पता है कि गलती पुलिस की ही है। लेकिन आपके एक केस से 6 पुलिसकर्मियों का परिवार बर्बाद हो जाएगा। इससे हासिल कुछ भी नहीं होगा। इस पर मीनाक्षी ने अधिकारियों से पूछा कि जो मेरी जिंदगी बर्बाद हुई है, उसका क्या होगा  तो अधिकारी बात को घुमाने लगे।सालों लगाने पड़ेंगे कोर्ट के चक्कर वहीं वीडियो में डीएम कहते नजर आ रहे हैं कि मैं आपके भाई की तरह हूं। एक बार मुकदमा दर्ज हो जाने से आपको अंदाजा नहीं है कि सालों कोर्ट में चक्कर काटना पड़ेगा। इससे किसी को कुछ हासिल नहीं होता। सालों बीत जाएंगे चक्कर लगाते। जबकि एसएसपी कहते नजर आ रहे हैं कि पुलिस वालों की मनीष से कोई दुश्मनी तो थी नहीं, जो वो ऐसा करेंगे। आपके कहने पर मैंने उन्हें सस्पेंड कर दिया। वे तब तक बहाल नहीं होंगे, जब तक उन्हें क्लिन चीट नहीं मिलेगी। इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का फोन आने के बाद केस दर्ज किया गया।

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