ब्रेकिंग न्यूज

पर्यावरण व जैव संरक्षण के लिए आवश्यक हैं हरिशंकरी वृक्ष

 

सुलतानपुर। पर्यावरण संरक्षण व जैव विविधता संरक्षण की दृष्टि से पीपल,बरगद व पाकड़ सर्वश्रेष्ठ प्रजातियां मानी गई हैं । इसलिए हरिशंकरी का रोपण हर प्रकार से महत्वपूर्ण, आवश्यक व पुण्यदायक कार्य है ।  यह बातें राणा प्रताप स्नातकोत्तर महाविद्यालय के असिस्टेंट प्रोफेसर ज्ञानेन्द्र विक्रम सिंह 'रवि' ने कहीं । वे झारखंड महादेव परिसर कादीपुर में  श्री संस्कार वाटिका न्यास द्वारा आयोजित पौधारोपण समारोह को बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित कर रहे थे । ज्ञानेन्द्र विक्रम सिंह'रवि' ने बताया कि तीन पौराणिक वृक्ष पीपल ,बरगद और पाकड़ के समूह को हरिशंकरी कहते हैं । हरिशंकरी कभी पत्तों से रहित नहीं होती । इसकी छाया में दिव्य औषधीय गुण व पवित्र आध्यात्मिक प्रवाह बना रहता है । जो इसके नीचे बैठने वालों को पवित्रता,पुष्टता और ऊर्जा प्रदान करता है । युवा साहित्यकार व समाजसेवी ज्ञानेन्द्र विक्रम सिंह 'रवि' ने रविवार को  झारखंड महादेव परिसर में हरिशंकरी का पौधा लगाया । इस अवसर पर श्री संस्कार वाटिका न्यास के संस्थापक अभिनव शर्मा , आकिब, शुभम और अभय उपस्थित रहे।

कोई टिप्पणी नहीं