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सब्जी बेचने लगी लेडी डॉन, एसटीएफ ने गिरफ्तार किया

 


लखनऊ। 50 हजार की इनामी लेडी डॉन दीपिका शुक्ला और 50 हजार का इनामी हिस्ट्रीशीटर उसके प्रेमी अमित गुप्ता को एसटीएफ ने  गिरफ्तार कर लिया। दोनों गाजियाबाद में छुपे हुए थे और सोमवार को यहां अमित अपनी मां से मिलने आया हुआ था। टाटमिल के पास एसटीएफ ने दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। रेलबाजार निवासी आशु यादव की 31 दिसंबर 2020 की रात को हत्या कर दी गई था। बर्रा इलाके में उसका शव उसी की कार में पड़ा मिला था। पुलिस ने घटना का राजफाश कर किदवई नगर निवासी सचिन वर्मा व किशन वर्मा को जेल भेजा था। पुलिस ने दावा किया था कि शिवली कानपुर देहात निवासी गैंगस्टर दीपिका शुक्ला से आशु के संबंध थे। वहीं दूसरी तरफ दीपिका के हरबंश मोहाल निवासी गैंगस्टर अमित गुप्ता से भी संबंध थे। आखिर में दीपिका आशु से दूरी बनाने लगी तो वो उसके पीछे पड़ा था। तब अमित व दीपिका ने मिलकर वारदात की साजिश रची और आशु को अपने घर बुलाया। यहीं पर गला कसकर आशु को मार दिया था। सचिन व किशन को पुलिस पहले ही जेल भेज चुकी थी। अमित और दीपिका फरार चल रहे थे। एसटीएफ इंस्पेक्टर शैलेंद्र सिंह ने बताया कि सर्विलांस की मदद से आरोपियों को ट्रेस कर दोनों की गिरफ्तारी की गई।एसटीएफ के मुताबिक वारदात को अंजाम देने के बाद औरैया के बिधूना में दीपिका अपने परिचित के घर पर रुकी थी। यहां से कुछ दिन बाद दोनों गाजियाबाद के नंदगांव चले गए थे। वहीं किराये के मकान में रह रहे थे। सोमवार को दोनों अपने परिवार वालों से मिलने के लिए शहर आए थे। तभी एसटीएफ ने दबोच लिया। जांच में ये भी पता चला कि आशु यादव के पास से लूटी गई अंगूठियां व चेन दोनों इटावा निवासी किसी रिंकू को बेचने के लिए दी थी। एसटीएफ अब रिंकू की तलाश कर रही है। आरोपियों को शरण देने वालों पर भी शिकंजा कसा जाएगा। अमित ने बताया कि वो जेल में जब बंद था तो वहां पर दीपिका के पति से उसकी मुलाकात हुई। जब दीपिका पति से मिलने पहुंची तो वो भी उससे मिला था। जेल से बाहर निकलने पर अमित ने दीपिका से संपर्क किया। दीपिका और अमित दोनों का कहना है कि आशु आए दिन दीपिका को परेशान करता था। फोन पर धमकियां देता था। साथ रहने व संबंध बनाने के लिए जोर जबरदस्ती करता था। इसलिए साजिश रचकर उसको मार डाला। उसके बाद वह गजियाबाद चले गए थे और वहां पर सब्जी बेचने का काम कर रहे थे।

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