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ग्लूकोज और नमक से 1 लाख रेमडेसिविर तैयार कर देशभर में बेचा


नई दिल्लीनकली रेमडेसिविर बेचने वाली सूरत की गैंग से खुलासा हुआ है कि कोरोना की दूसरी लहर में आरोपी एक लाख से ज्यादा नकली इंजेक्शन पूरे देश में सप्लाय कर चुके हैं। आरोपियों ने बताया कि सूरत में मास्क व ग्लव्स का कारोबार करने वाले कौशल वोरा और उसके पार्टनर पुनीत शाह ने एक लाख से ज्यादा नकली रेमडेसिविर तैयार कर मुंबई के रास्ते देशभर में बेचे। कबाड़ में इंजेक्शन की खाली बोतलें खरीदने के बाद मुंबई में रैपर तैयार कराए।गुजरात के मोरबी स्थित फार्म हाउस पर नमक व ग्लूकोज मिलाकर नकली इंजेक्शन बना रहे थे। एक इंजेक्शन 80 रुपए में तैयार कर दलालों की मदद से बाजार में 35-40 हजार में बेचते थे। सूरत पुलिस ने फार्म हाउस से एक लाख नकली इंजेक्शन जब्त किए हैं। आरोपियों ने इंदौर  के सुनील मिश्रा को एक हजार इंजेक्शन देने के अलावा 100 इंजेक्शन दवा बाजार के कारोबारी को भी बेचे हैं।100 नकली इंजेक्शन की एक खेप 17 हजार प्रति इंजेक्शन के भाव से दवा बाजार के एक कारोबारी को भी बेची। कारोबारी इन्हें ब्लैक में बेचने वाला था।एसपी आशुतोष बागरी ने बताया कि रेमडेसिविर की कालाबाजारी में 17 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी हैं। इनमें से 12 आरोपियों के खिलाफ रासुका के प्रस्ताव कलेक्टर काे भेज चुके हैं। शेष आरोपियों के प्रस्ताव भी जल्द भेजे जाएंगे। नकली दवा या कालाबाजारी करने वालों पर पुलिस सख्त से सख्त एक्शन लेगी।सुनील ने कबूला कि जल्दबाजी में सभी इंजेक्शन पर एक ही बैच नंबर (246039 ए) डाल दिया था। कुछ इंजेक्शन विजय नगर पुलिस के कांस्टेबल भरत बड़े ने ग्राहक बनकर खरीदे तो सभी में एक ही बैच नंबर मिले। यहीं से आरोपियों की लिंक मिली। आरोपियों ने मुंबई को सेंट्रल पॉइंट बनाकर दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, मप्र, राजस्थान में इंजेक्शन बेचे हैं।

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