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सोशल मीडिया से शुरू हुआ प्यार; प्रेमी का धर्म आने लगा आड़े हाथ तो शादी के लिए युवती ने तैयार की अपने अपहरण से लेकर हत्या तक की स्क्रिप्ट, पुलिस ने बिहार के समस्तीपुर से किया गिरफ्तार


उत्तर प्रदेश के सुलतानपुर में एक युवती ने अपने अपहरण और हत्या की झूठी सूचना परिजनों को देकर गांव के ही एक व्यक्ति को जिम्मेदार ठहराते हुए उसे फंसा दिया। पुलिस ने जमीनी तहकीकात और मोबाइल लोकेशन से जब इनपुट जमा किया तो कहानी कुछ और सामनें आई। अंत में घटना के पांचवें दिन बिहार के समस्तीपुर साए पुलिस ने युवती को बरामद किया, उसने पुलिस को जो कुछ बताया उसे सुनकर पुलिस भी सन रह गई। दरअस्ल जिले के थाना धनपतगंज के बाबूपुरवा मोड़वा गांव निवासी संघमित्रा ज्योति 14 मार्च को कुड़वार ब्लॉक गई थी और वहां से गायब हो गई।

परिजनों ने पुलिस को सूचना दी कि घर के नंबर पर बेटी के बंधक बनाए जाने, घायल हो जाने, रक्तरंजित फोटो, वीडियो और ऑडियो आए हैं। इन साक्ष्यों के आधार पर संघ मित्रा ने गांव के मोटकऊ तिवारी को अपनी हत्या का जिम्मेदार बताया, जिससे जमीन का पुराना विवाद चल रहा था। घटना के संदर्भ में एसपी ने तत्काल दो टीमों का गठन किया। संघमित्रा द्वारा लगाए गये आरोपो के सत्यापन के साथ-साथ पुलिस टीम संघमित्रा के मोबाइल ट्रेज करने लगी।एसपी डॉ अरविंद चतुर्वेदी ने बताया कि जमीनी सूचना के अनुसार संघमित्रा पढ़ी लिखी लड़की थी और उसके पिता संघमित्रा के खाते में अन्य भाई-बहन की पढ़ाई का खर्चा भेजते थे। सर्विलांस टीम ने पाया कि संघमित्रा द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाला मोबाइल को दिन में शहर के गभड़िया पुल के पास बंद हो गया। विवेचना से संघमित्रा का एक ऐसा नम्बर निकाला गया, जो उसके घर वालों को भी मालूम नही था। उसका नया नम्बर समस्तीपुर बिहार में पाया गया। इतना ही नहीं उसके इस नम्बर का सर्वाधिक सम्पर्क वाला नम्बर भी समस्तीपुर में पाया गया, जिससें स्पष्ट हो गया कि संघमित्रा के समस्तीपुर में होने की प्रबल सम्भावना है। संघमित्रा के परिवारीजनों के मोबाइल पर प्राप्त फोटो/विडियो/ऑडियो के परिशीलन से प्रतीत हुआ कि प्रदर्शित खून नकली है और अपहरण की कहानी झूठी है।इसके बाद पुलिस टीम समस्तीपुर पहुंची और संघमित्रा को सकुशल बरामद किया गया। पूछताछ पर संघमित्रा ने बताया कि लगभग 2 वर्ष पूर्व उसका सम्पर्क लाइक चैट एप्लीकेशन पर अंजान लड़के से हो गया था, जिसने अपना नाम मो. नाजिम बताया। धीरे-धीरे लाइक चैट पर बातों और फोटो के आदान- प्रदान का सिलसिला बढ़ा और हम दोनो एक-दूसरे को चाहने लगे। मो. नाजिम ने मुझसे शादी का प्रस्ताव रखा। मुझे ऐसा लगा कि मेरे घर वाले मेरी शादी मुस्लिम नवयुवक से नहीं होने देगें इसलिए मैंने एक योजना बनाई कि, मैं स्वयं नाजिम के पास चली जाऊं और घर वालों को अपने गांव के विरोधी मोटकऊ तिवारी द्वारा अपनी अपहरण और हत्या करने सम्बन्धी फोटो/विडियों/ ऑडियों भेज दूं। इससे एक ओर हत्या और अपहरण के मुकदमें में मोटकऊ तिवारी फंस जाएं और दूसरी ओर मेरे परिवार वाले मुझे मृत समझ लें और मैं नाजिम के साथ शादी करके अपना घर बसा लूं। संघमित्रा के अनुसार नाजिम ने उसके लिए समस्तीपुर शहर में एक कमरा किराए पर ले रखा था। 2 दिन नाजिम उसके साथ रहा लेकिन संघमित्रा को मालूम पड़ा कि नाजिम पूर्व से ही शादी शुदा है। वह नाजिम की दूसरी पत्नी की तरह रहने को भी तैयार हो गई। इसी दौरान सुलतानपुर पुलिस द्वारा उसे बरामद कर लिया गया।

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