कोई छू नहीं रहा था लाश तो कंधे पर ले जाकर किया अंतिम संस्कार महिला सब इंस्पेक्टर ने
नई दिल्ली।आंध्रप्रदेश के एक गांव में मानवता की मिसाल देखने को मिला। दरअसल यहां एक लावारिस लाश को कोई छूने से भी घबरा रहा था तो ये सब इंस्पेक्टर न सिर्फ उस लाश को कंधे पर उठा कर दो किलोमीटर तक पैदल चली बल्कि उसका अंतिम संस्कार भी अपने हाथों से किया। श्रीकाकुलम जिले के कासीबुग्गा में तैनात सब इंस्पेक्टर के. श्रीषा ने जो किया वो मानवता की मिसाल बन गईं। ये कोई श्रीषा का काम नहीं था बल्कि ये रूटीन ड्यूटी से परे था।गौरतलब है कि आदिविकोट्टूरू गांव के एक खेत में लोगों ने लावारिस लाश को देखा। लेकिन कोई भी उस लाश के पास जाने की हिम्मत नहीं कर रहा था। मालूम हुआ कि वह भीख मांग कर पेट भरा करा था। लेकिन उसका घर किसी को नहीं पता था।श्रीषा को घटना की जानकारी मिली तो वो मौके पर पहुंचीं। वहां उन्होंने देखा कि लाश का अंतिम संस्कार तो दूर लोग उसके पास जाने से भी घबरा रहे थे। कोरोना के संक्रमण के डर की वजह से शायद लोग ऐसा कर रहे थे।श्रीषा ने जो किया उसके लिए हर कोई उसकी तारीफ कर रहा है। सिरिशा 2017 बैच की सब इंस्पेक्टर हैं. वीडियो वायरल होने के बाद लोग सिरिशा के हौसले को सलाम कर रहे हैं. सोशल मीडिया यूजर्स एक सुर में लोग कह रहे हैं कि इस महिला पुलिस अधिकारी ने अपने कर्तव्य के प्रति जो जुनून दिखाया है वह यकीनन काबिल ए तारीफ है. एक यूजर ने लिखा 'वीर नारी शक्ति को सैल्युट'.इतना ही नहीं वायरल हो रहे वीडियो को लेकर ट्वीट करते हुए आईपीएस अशोक कुमार ने लिखा 'पुलिस वाले को अक्सर लोग निर्दयी मान बैठते हैं. आंध्रप्रदेश में महिला सब इंस्पेक्टर ने दो किलोमीटर तक एक भिखारी की लाश को कंधा दिया जिसे कोई छूना नहीं चाहता था. मानवता और करुणा की ऐसी कहानी आखिर कहां मिलेगी आपको. वर्दी वालों के प्रति अपनी दृष्टि बदलें।
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