लखनऊपुलिस को सच्चाई सामने लाने के लिए अच्छी-खासी मशक्कत करनी पड़ी। सिकंदराबाद से लेकर औरंगाबाद तक रास्ते में लगे कैमरों की फुटेज को खंगाला गया। करीब 10719 पंजीकृत बुलेट मोटरसाइकिलों के बारे में जानकारी जुटाई गई। इसके अलावा 1000 से अधिक लोगों से पूछताछ की गई।10 अगस्त को सुदीक्षा भाटी की मौत की असलियत का पता लगाने के लिए एसआईटी का गठन किया गया था। एसआईटी ने जांच करते हुए आरटीओ कार्यालय से बुलेट मोटरसाइकिलों के पंजीकरण की जानकारी जुटाई तो उसमें जिलेभर में 10,719 बुलेट मोटरसाइकिलों का पंजीकरण मिला। एसआईटी द्वारा घटनास्थल के आसपास कोतवाली देहात, औरंगाबाद, खानपुर, जहांगीराबाद, नरसेना, स्याना, अगौता के रहने वाले लोगों के नाम पंजीकृत बुलेट मोटरसाइकिलों के विषय में जांच कराई और उनके मोबाइल नंबरों की सीडीआर से लोकेशन का पता किया, किंतु हादसे के वक्त किसी का भी लोकेशन घटनास्थल या उक्त मार्ग पर नहीं मिला।अन्य पुलिस टीमों द्वारा बुलंदशहर से लेकर औरंगाबाद में घटनास्थल एवं आसपास के 1000 से अधिक लोगों से पूछताछ की। यहां भी सफलता न मिलने पर एसआईटी द्वारा सिकंदराबाद टोल प्लाजा से लेकर औरंगाबाद घटनास्थल तक लगे सीसीटीवी कैमरों के बारे में जानकारी जुटाई। पूरे मार्ग पर 12 स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगने होने का पता चला। इन कैमरों की फुटेज को खंगाला गया तो घटना का राज खुलता चलता गया। हर कैमरे में बुलेट मोटरसाइकिल आगे तो उससे पीछे सुदीक्षा की बाइक दिखाई दी। एसएसपी के अनुसार किसी भी कैमरे की फुटेज में सुदीक्षा वाली बाइक आगे नहीं निकली। ऐसे में आगे चल रही बुलेट सवारों द्वारा छेड़छाड़ करना संभव नहीं है।पुलिस के अनुसार बुलेट मोटरसाइकिल सवार जिन दोनों आरोपियों पर छेड़छाड़ अथवा स्टंट दिखाने का आरोप लगा है। उसमें से बुलेट चला रहे आरोपी दीपक ने हेलमेट लगा रखा था, जबकि पीछे बैठे दूसरे आरोपी राजू की उम्र करीब 55वर्ष है। राजू द्वारा अपने हाथ में एक बैग पकड़ रखा था। फुटेज की जांच में कहीं भी स्टंट दिखाए जाने की भी पुष्टि नहीं हुई है।एसएसपी ने बताया कि पकड़ा गया आरोपी दीपक सोलंकी एक कांट्रेक्टर के यहां काम करता है। 10 अगस्त को दीपक चौधरी अपने परिचित राजमिस्त्री राजू को लेकर काली बुलेट से निर्माणाधीन साइट पर जा रहा था। औरंगाबाद चरौरा मुस्तफाबाद के पास उसकी बुलेट मोटरसाइकिल के सामने अचानक हरे रंग का ऑटो और भैंसा बुग्गी आ गई। इसकी वजह से उसे अचानक ब्रेक लगाना पड़ गया। पीछे से आ रही सुदीक्षा भाटी कि बाइक बुलेट से टकरा गई। इससे छात्रा सड़क पर जा गिरी और उसकी मौत हो गई।पुलिस के मुताबिक, मामला तूल पकड़ने के बाद दीपक सोलंकी डर गया और पकड़े जाने के डर से उसने कालाआम चौक के निकट एक दुकान पर अपनी बुलेट मोटरसाइकिल को मॉडीफाइ करा लिया। बुलेट मोटरसाइकिल का काला रंग बदलवाकर सैन्य कलर में करा दिया। जातिसूचक लिखी नंबर प्लेट को बदलकर सिंपल नंबर प्लेट लगवा दी। केवल यही नहीं, टायर एवं सायलेंसर भी बदलवा दिया गया।
सुदीक्षा भाटी की मौत का सच सातवें दिन सामने आ गया
Reviewed by सुल्तानपुर टाइम्स
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8/17/2020 12:48:00 pm
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