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कोरोना के 1924 नये मामले आये 24 घंटों में


लखनऊ।अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य  अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में टेस्टिंग का कार्य तेजी से किया जा रहा है। प्रदेश में कल एक दिन में 43,401 सैम्पल की जांच की गयी। इस प्रकार कोविड-19 की जांच में 15 लाख का आकड़ा पार करते हुए प्रदेश में अब तक कुल 15,13,827 सैम्पल की जांच की गयी है। प्रदेश में विगत 24 घंटों  मे कोरोना के 1924 नये मामले आये है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 19,137 कोरोना के मामले एक्टिव हैं। अब तक 30,83अपर1 मरीज पूरी तरह से उपचारित हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि पूल टेस्ट के अन्तर्गत कुल 3,412 पूल की जांच की गयी, जिसमें 3,102 पूल 5-5 सैम्पल के तथा 310 पूल 10-10 सैम्पल की जांच की गयी। श्री प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में सर्विलांस की कार्यवाही के अन्तर्गत 1,75,322 सर्विलांस टीम द्वारा 1,26,87,638 घरों के 6,46,38,915 लोगों का सर्वेक्षण किया गया है। उन्होंने बताया कि आरोग्य सेतु ऐप से अलर्ट जनरेट आने पर कन्ट्रोल रूम द्वारा निरन्तर फोन किया जा रहा है। अलर्ट जनरेट होने पर अब तक 3,35,534 लोगों को कंट्रोल रूम द्वारा फोन कर जानकारी प्राप्त की गयी। उन्हांेने बताया कि प्रदेश में एल-1, एल-2, एल-3 स्तर के कोविड अस्पतालों में कुल 1.51 लाख बेड उपलब्ध है। श्री प्रसाद ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रदेश के सभी जनपदों में एल-1$ स्तर की व्यवस्था लागू किये जाने हेतु शासनादेश जारी कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि इस व्यवस्था के अन्तर्गत जिला प्रशासन द्वारा होटल का अधिग्रहण कर एसिम्टोमेटिक मरीजों को रखा जायेगा, जहां पर मरीजों को राजकीय चिकित्सा सुविधा दी जायेगी। जिसके लिए डबल आॅक्युपेन्सी हेतु 2000 रूपये प्रतिदिन से अधिक देय न होगा। साथ ही प्रत्येक मरीज को चिकित्सकीय व्यय हेतु वन टाइम रूपये 2000 देना होगा। श्री प्रसाद ने बताया कि शासनादेश में यह व्यवस्था की गई है कि होटल के अधिकतम 25 प्रतिशत कक्ष सिंगल आॅक्युपेंसी पर महिलाओं, छोटे बच्चों, 50 वर्ष से 65 वर्ष तक के व्यक्तियों को दिये जाएंगे। शेष 75 प्रतिशत कक्ष डबल आॅक्युपेंसी पर दिये जाएंगे। उन्होंने बताया कि 65 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्तियों, गर्भवती महिलाओं, असाध्य रोग से ग्रस्त रोगियों तथा अभिभावक रहित छोटे बच्चों को यहां भर्ती नहीं किया जायेगा। एल-1$ स्तर की इन सुविधाओं पर कोविड केयर सेन्टर के समस्त प्रोटोकाॅल का पालन सुनिश्चित किया जायेगा। किसी भी मरीज की तबियत बिगड़ने की आशंका होने पर उसे तत्काल आवश्यकतानुसार एल-2 अथवा एल-3 अस्पताल में स्थानान्तरित कर दिया जायेगा। ऐसी स्थिति में अवशेष धनराशि होटल प्रशासन द्वारा वापस कर दी जायेगी। 

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