स्मृति ईरानी ने अमेठी वासियों के दिल मे एक बार फिर घर कर लिया
मिली जानकारी के अनुसार गौरीगंज के कूड़ा के निवासी भीम नारायण की इक्कीस वर्षीय पुत्री आरती का कुछ समय पूर्व एक्सीडेंट हो गया था। थोड़े समय के बाद उसे पैरलासिस लकवा रोग भी हो गया। ऐसे में वो अपने कदमों से चलने से लाचार थी। आज परिजन उसे ट्राई साइकिल स्ट्रेचर पर बैठाकर इलाज के लिए जा रहे थे। तभी उधर से स्मृति ईरानी का काफिला गुजर रहा था। वो बरौलिया गांव से निकली थी। जैसे ही उन्होंने महिला को इस अवस्था में देखा स्वयं व गाड़ी से उतरी, हाल जाना और फिर उसे अपनी सुरक्षा में लगी एंबुलेंस से अस्पताल भिजवाया।
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