इनामी सिराज अहमद एनकाउंटर में ढेर सुल्तानपुर में अधिवक्ता के परिवार ने बांटी मिठाई, पुलिस का बढ़ा पहरा
सुल्तानपुर यूपी एसटीएफ ने अधिवक्ता आजाद अहमद हत्याकांड के मुख्य आरोपी और एक लाख के इनामी हिस्ट्रीशीटर सिराज अहमद को सहारनपुर में मार गिराया है। सिराज 6 अगस्त 2023 को अधिवक्ता की हत्या के बाद से फरार चल रहा था।इस खबर के बाद सुल्तानपुर में अधिवक्ता आजाद अहमद के परिवार ने खुशी मनाई और मिठाई बांटी।सिराज और उसके साथियों ने कोतवाली देहात के भुल्की चौराहे के पास अधिवक्ता आजाद की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस घटना में अधिवक्ता के भाई मुनव्वर भी घायल हुए थे, जो लंबे इलाज के बाद घर लौटे हैं। सिराज के खिलाफ कोर्ट ने वारंट जारी किया था और पुलिस ने उस पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया था। इससे पहले उसके घर पर बुलडोजर चलाया गया था और करोड़ों की संपत्ति जब्त की गई थी।सिराज के एनकाउंटर के बाद जिले में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। संभावित तनाव और कानून-व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए सिराज के घर के आसपास स्थानीय पुलिस और पैरामिलिट्री बल तैनात किया गया है। कोतवाली देहात थानाध्यक्ष धर्मवीर सिंह स्वयं स्थिति पर नजर रखे हुए हैं।पुलिस अधिकारियों के अनुसार, क्षेत्र में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए संवेदनशील स्थानों पर अतिरिक्त बल तैनात किया गया है। स्थानीय लोगों से शांति बनाए रखने और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की जा रही है। अधिवक्ता आजाद के घर पर भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है।आजाद की मां ने कहा कि बेटा लौटकर तो आएगा नहीं लेकिन एक तरफ खुशी है कि अपराधी मारा गया। हम प्रशासन और योगी बाबा का शुक्रिया अदा करते हैं कि उनकी सरकार में जो काम हुआ है हमें विश्वास था योगी बाबा की सरकार में ये काम होगा। भाई मुनव्वर ने सहारनपुर में हुए पुलिस एनकाउंटर पर गहरा संतोष और खुशी व्यक्त की है। उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, पुलिस विभाग, STF और कप्तान साहब को इस कार्रवाई के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि आज उन्हें न्याय मिलने का अहसास हो रहा है। उन्होंने उम्मीद जताई कि मुख्यमंत्री इसी तरह प्रदेश में अपराधियों का सफाया करते रहेंगे और उनके लंबे जीवन की प्रार्थना की।अधिवक्ता के पिता मो. सलीम ने कहा कप्तान साहब (पुलिस अधीक्षक) और मुख्यमंत्री का हम आभार व्यक्त करते हैं। उन्होंने कहा कि वे जीवन भर उनके ऋणी रहेंगे। उन्होंने बताया कि वे पिछले ढाई साल से घर पर ही बैठे हैं और इस दौरान उन पर दो बार हमला भी करवाया गया था। उन्होंने अपनी जान को अभी भी खतरा बताया है। उनका कहना है कि "एनकाउंटर होने के बाद भी खतरा कम नहीं हुआ है," इसलिए उन्होंने प्रशासन से अपनी सुरक्षा बनाए रखने की गुहार लगाई है।बता दें कि अधिवक्ता के पिता मो. सलीम की तहरीर पर नगर कोतवाली के लोलेपुर गांव निवासी सिराज अहमद उर्फ पप्पू, मेराज अहमद व इकराम उर्फ इमरामुद्दददीन, घरहा कला के इस्माइल उर्फ प्रिंस, शहर के खैराबाद मोहल्ले के सलमान, सोहराब व शहजाद और मृतक के गांव के शमीम उर्फ लड्डन व उसकी पत्नी अख्तरुल निशा को केस में आरोपी बनाया गया है। जबकि लोलेपुर गांव के मो. वसीम के खिलाफ आरोपियों को संरक्षण देने के आरोप में केस दर्ज किया गया है।

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