30 हजार लेकर बनाया था फर्जी प्रमाण पत्र, आरोपी बाबू गिरफ्तार
नोएडा में फर्जी स्वतंत्रता सेनानी प्रमाण पत्र बनाने के आरोप में बुलंदशहर कलेक्ट्रेट का बाबू गिरफ्तार हुआ है।पुलिस सिपाही भर्ती में फर्जी स्वतंत्रता सेनानी प्रमाण पत्र जमा कर आरक्षण लाभ लेने की साजिश का पर्दाफाश करते हुए ईकोटेक-3 कोतवाली पुलिस ने बुलंदशहर कलेक्ट्रेट में तैनात एक बाबू को गिरफ्तार किया है।आरोपी बाबू ने महज 30 हजार रुपये की रिश्वत लेकर एक युवक को फर्जी प्रमाण पत्र उपलब्ध कराया था। जिसका उपयोग उसने आरक्षण के लिए किया।पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार आरोपी ने फरवरी महीने में सूरजपुर स्थित पुलिस लाइन में उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती प्रक्रिया के तहत शैक्षिक एवं आरक्षण प्रमाणपत्रों की जांच की जा रही थी। इस दौरान कई उम्मीदवारों द्वारा जमा किए गए स्वतंत्रता सेनानी प्रमाण पत्र संदेहास्पद पाए गए।विस्तृत जांच में सामने आया कि इन उम्मीदवारों ने अपने दादा के नाम पर फर्जी दस्तावेज प्रस्तुत कर आरक्षण का लाभ उठाने का प्रयास किया था। नोएडा पुलिस ने पहले चरण की कार्रवाई में 7 ऐसे युवकों को गिरफ्तार किया था। जिन्होंने फर्जी प्रमाण पत्रों के जरिए भर्ती में भाग लिया था।पूछताछ के दौरान आरोपी विमल ने खुलासा किया कि उसने बुलंदशहर कलेक्ट्रेट में कार्यरत बाबू सागर तोमर को ऑनलाइन 30 हजार रुपये ट्रांसफर किए थे। इसके बदले में सागर तोमर ने उसे फर्जी स्वतंत्रता सेनानी प्रमाण पत्र उपलब्ध कराया।कोतवाली प्रभारी ने बताया कि जांच के दौरान सागर तोमर की संलिप्तता स्पष्ट होने के बाद उसे गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया। जहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।पुलिस के अनुसार यह मामला न केवल सरकारी भर्ती प्रणाली में सेंध लगाने का प्रयास है बल्कि स्वतंत्रता सेनानियों जैसी पवित्र पहचान को बदनाम करने की साजिश भी है। पुलिस अब यह भी जांच कर रही है कि इस बाबू ने इससे पहले और कितने फर्जी प्रमाण पत्र बनाए हैं और कहीं इसमें कोई बड़ा रैकेट तो सक्रिय नहीं है।
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