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इस योजना से 10 लाख किसानों को होगा सीधा फायदा




लखनऊ यूपी को एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के संकल्प के तहत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को दो बड़े कार्यक्रमों का शुभारंभ किया इन कार्यक्रमों में पहला है ‘यूपी एग्रीस’, जो किसानों को उन्नत खेती के लिए मदद देगा। दूसरा है ‘एआई प्रज्ञा’, जिससे प्रदेश के 10 लाख युवाओं को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की ट्रेनिंग दी जाएगी।ये दोनों कार्यक्रम विश्व बैंक के सहयोग से शुरू किए गए हैंमुख्यमंत्री आवास पर आयोजित इस कार्यक्रम में विश्व बैंक के अध्यक्ष अजय बंगा और उनकी टीम विशेष रूप से मौजूद रही। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि यूपी अब देश का ग्रोथ इंजन बन चुका है और आज प्रदेश विकास के नए युग में प्रवेश कर रहा है।यूपी एग्रीस योजना खासकर पूर्वांचल और बुंदेलखंड के 28 जिलों के किसानों के लिए शुरू की गई है इसमें कुल 4,000 करोड़ रुपये की परियोजना है जिसमें से 2,737 करोड़ रुपये का लोन विश्व बैंक देगा और बाकी पैसा राज्य सरकार लगाएगी यह परियोजना 6 साल में पूरी होगी और इस पर 35 साल में लोन चुकाना होगा लोन पर सिर्फ 1.23% ब्याज देना होगाइस योजना से 10 लाख किसानों को सीधा फायदा मिलेगा इनमें से 30 प्रतिशत महिलाएं होंगी इसके तहत 10,000 महिला उत्पादक समूह जोड़े जाएंगे और 500 किसानों को विदेशी ट्रेनिंग भी दी जाएगीइस योजना से खेती में आधुनिक तकनीक आएगी और उत्पादन बढ़ेगा‘एआई प्रज्ञा’ योजना का मकसद है कि उत्तर प्रदेश के 10 लाख युवाओं को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डाटा एनालिटिक्स, मशीन लर्निंग, और साइबर सिक्योरिटी जैसी नई तकनीकों की ट्रेनिंग दी जाए यह ट्रेनिंग शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, राजस्व, और प्रशासन जैसे विभागों की मदद से दी जाएगीइस योजना में माइक्रोसॉफ्ट, गूगल, अमेजन, इंटेल, एचसीएल, वाधवानी फाउंडेशन जैसी बड़ी कंपनियां सहयोग करेंगी. युवाओं को सर्टिफिकेट के साथ-साथ रोजगार के मौके भी मिलेंगेयह पहल उत्तर प्रदेश को तकनीकी राज्य के रूप में स्थापित करेगी। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि विश्व बैंक ने हमेशा उत्तर प्रदेश का साथ दिया है चाहे वो टूरिज्म हो, पर्यावरण या इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास उन्होंने अजय बंगा और उनकी टीम का प्रदेश की जनता की तरफ से आभार जताया यह पहल उत्तर प्रदेश को सिर्फ एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था ही नहीं बनाएगी बल्कि किसानों को समृद्ध और युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।

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