बच्चों में वैज्ञानिक सोच का विकास होना आवश्यक- रवि शंकर
विद्यार्थियों को वैज्ञानिक चेतना जागृत करने के लिए मंच प्रदान किया जाना चाहिए। विद्यार्थियों की वैज्ञानिक जिज्ञासा का समाधान भी होना चाहिए। उन्होंने कहा हमारी दिनचर्या वैज्ञानिक तरीकों पर आधारित होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि मानव के अप्राकृतिक रहन-सहन से वायुमंडल का ताप लगातार बढ़ रहा है असमय गर्मी और समय से वर्षा का न होना चिंता का विषय है।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला विद्यालय निरीक्षक रवि शंकर ने अपने संबोधन में कहा कि विद्यार्थियों में खोज की प्रवृत्ति का जागृत होना आवश्यक है। उनके वैज्ञानिक क्षमता का विकास होना चाहिए। उन्होंने कहा कि विज्ञान समझने के लिए तर्क का होना आवश्यक है। तार्किक शक्ति के द्वारा ही विद्यार्थी नवीन तकनीक, नवाचार एवं जुगाड़ की तकनीक विकसित करते हैं। विशिष्ठ अतिथि सह जिला विद्यालय निरीक्षक जटा शंकर यादव ने बताया कि प्रत्येक विद्यार्थी अपनी वैज्ञानिक जिज्ञासा को उजागर अवश्य करें । उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण हमारा कर्तव्य है। उन्होंने बताया कि अत्यधिक कार्बन उत्सर्जन से ग्लोबल वार्मिंग की समस्या एवं पृथ्वी का तापमान लगातार बढ़ रहा है। इसी क्रम में ग्रोइंग माइंड मेरठ की डायरेक्टर अंजली ढाका ने विद्यार्थियों को खाद्य पदार्थों में मिलावट, जल की उपलब्धता, शुद्धता, शोधन एवं उचित उपयोग के विषय में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी अपने खान-पान को नियंत्रित रखें, स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहें एवं मिलावटी खाद्य पदार्थों से सावधान रहें। उन्होंने दूध,खाद्य तेल, हल्दी, जीरा, काली मिर्च, इलायची आदि की शुद्धता की जांच का प्रयोग प्रदर्शन किया एवं जांच करने की घरेलू विधियां भी बताई। उन्होंने बताया कि दूध, दाल, चाय, इलायची और लौंग जैसे पदार्थ से इसके तेल एवं पोषक तत्व को निकालकर अशुद्ध रूप में मार्केट में बेचा जाता है। जो हमारे सेहत के लिए लाभप्रद नहीं रहता।
उन्होंने विभिन्न प्रकार की कम्युनिकेबल एवं नॉन कम्युनिकेबल बीमारियों रक्तचाप, मधुमेह, लीवर, किडनी एवं कैंसर जैसे गंभीर बीमारियों के लक्षण एवं उनसे बचने के उपाय भी बताएं ।इस अवसर पर विद्यालय प्रधानाचार्य शेष मणि मिश्र ने स्वास्थ्य एवं स्वच्छता पर चर्चा करते हुए विद्यार्थियों को बताया कि हमारे भोजन में सभी आवश्यक पोषक तत्व कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, वसा, विटामिन और खनिज युक्त पदार्थ का होना आवश्यक है। स्वस्थ शरीर एवं मस्तिष्क के लिए संतुलित भोजन आवश्यक है। विद्यार्थियों को फास्ट फूड से बचने की सलाह दी । इस अवसर पर सह जिला समन्वयक जिला विज्ञान क्लब राधे श्याम पांडे ने कार्यक्रम के उद्देश्य को बताते हुए कहा कि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद के दिशा निर्देशन में जिला विज्ञान क्लब के द्वारा विद्यार्थियों एवं आम जनमानस में विज्ञान का प्रचार प्रसार, वैज्ञानिक दृष्टिकोण को बढ़ावा देना और बच्चों के अंदर वैज्ञानिक चेतना जागृत हो इसी क्रम में इस प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं। कार्यक्रम में आयोजित विज्ञान मॉडल प्रदर्शनी में प्रथम स्थान शुभी मिश्रा, द्वितीय स्थान अर्पित यादव तथा तृतीय स्थान खुशी सिंह ने प्राप्त किया। जिला विद्यालय निरीक्षक ने उन्हें ट्राफी व प्रमाण पत्र और सभी प्रतिभागियों को प्रतिभागिता प्रमाण पत्र प्रदान किया। समन्वयक, जिला विज्ञान क्लब शैलेन्द्र चतुर्वेदी ने सभी अतिथियों वैज्ञानिकों का अंग वस्त्र और स्मृति चिन्ह देकर धन्यवाद ज्ञापित किया। उपस्थित विद्यार्थियों एवं शिक्षकों सहयोग के लिए आभार प्रकट किया।इस अवसर पर हर्षित, रजनी, शिव रक्षा, रितेश, सौरभ, विकास, विवेक आदि शिक्षक तथा बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे।
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