दुष्कर्म पीड़िता किशोरी ने बेटी को दिया जन्म
बुलंदशहर जिले के स्याना कोतवाली क्षेत्र के एक गांव में दुष्कर्म के बाद गर्भवती हुई 13 वर्षीय किशोरी ने जिला महिला अस्पताल में बेटी को जन्म दिया है। प्रसव के बाद जच्चा-बच्चा दोनों भर्ती हैं। दुष्कर्म का आरोपित सत्संग व्यास आश्रम का 75 वर्षीय सेवादार 24 अक्टूबर से जेल में बंद है। स्वजन दुष्कर्म पीड़ित बेटी के भविष्य को लेकर चिंतित हैं।स्याना के एक गांव स्थित सत्संग व्यास आश्रम में गांव का ही सेवादार 75 वर्षीय सोहनपाल गांव की 2 बच्चियों को साइकिल सिखाने के बहाने बुलाता था। इसी बीच उसने बहला फुसलाकर उनके साथ आश्रम में दुष्कर्म किया। इनमें एक किशोरी 12 वर्ष और दूसरी 13 वर्षीय है।दुष्कर्म का पता तब चला जब 13 वर्षीय किशोरी गर्भवती हुई। स्वजन की तहरीर पर 23 अक्टूबर 2024 को स्याना कोतवाली पुलिस ने आरोपित सेवादार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। 24 अक्टूबर को पुलिस ने आरोपित का चालान कर दिया और अदालत ने उसे जेल भेज दिया। इसके बाद दोनों किशोरियों का मेडिकल कराया गया। गर्भवती किशोरी को जिला महिला अस्पताल भेजा गया।जिला स्तरीय कमेटी ने किशोरी के स्वास्थ्य को लेकर परीक्षण किया। जिंदगी बचाने और गर्भपात कराने के लिए जिला स्तरीय कमेटी ने किशोरी को लखनऊ PGI भेज दिया। वहां राज्य स्तरीय कमेटी ने चेकअप कर गर्भपात कराने या प्रसव कराने पर विचार किया। इसमें कई दिन लग गए। जांच में किशोरी 28 सप्ताह की गर्भवती मिली।लखनऊ से 10 नवंबर को बच्ची को वापस जिला महिला अस्पताल भेजा गया। यहां चेकअप और निगरानी के लिए कल्याण सिंह राजकीय मेडिकल कालेज के अस्पताल की 3 महिला चिकित्सकों का पैनल बनाया गया। 16 नवंबर को बच्ची का प्रसव कराया गया। किशोरी ने बेटी को जन्म दिया।जिला महिला अस्पताल के सीएमएस का कहना है कि जच्चा और बच्चा फिलहाल खतरे से बाहर हैं और भर्ती हैं। स्याना कोतवाली प्रभारी का कहना है कि आरोपित सोहनपाल जिला कारागार में बंद है।
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