शासन ने लिया संज्ञान,प्रशासन बना रहा अंजान,मामला सुलतानपुर के पांचों पीरन कस्बा स्थित दाता सांई आश्रम का
सुलतानपुर एक ऐसा स्थान जहां आस्था ही नही दीन-दुखियों को आश्रय भी मिलता है,जहां शांति की तलाश में लोग पहुंचते है,जहा के संत विश्व शांति के लिए धूनी रमांते रहते है।परंतु भू-माफियाओं ने उसे भी नही बक्शा।बात दाता सांई आश्रम की है,जो गोमती नदी के किनारे पांचोपीरन कस्बे में स्थित है।बिडंबना तो देखिये 50 बीघे का आश्रम आज भू-माफियाओं ने 10 बीघे में समेट दिया हैं।सांई आश्रम के कर्ता-धर्ताओं ने प्रशासन से बहुत गुहार लगाई लेकिन संतो की आवाज कुंद पड़ गई।अंततः दाता सांई ने प्रेसवार्ता के माध्यम से अपनी बातें रखी,जिसे समाचार पत्रों ने प्रमुखता से प्रकाशित करते हुए शासन के संज्ञान तक पहुंचाया।शासन ने एक टीम दाता सांई आश्रम की वास्विकता परखने के लिए भेजा।टीम ने आश्रम के मुखिया से मिलकर अभिलेखों की जांच व मौके की स्थिति देखी।परंतु जिला प्रशासन ने आजतक जानने की कोशिश नही किया,की आखिर दाता सांई आश्रम के संतो की परेशानी क्या है।
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