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सुलतानपुर ब्लड आईकॉन लेडी ने 54 वर्ष की उम्र में सौ बार किया रक्तदान


सुलतानपुर राष्ट्रीय सामाजिक सेवा संघ के बैनर तले रक्तदान महादान का शतक जड़ा ।सहायक होम गार्ड कमांडेंट की समाजसेवी जहांआरा ने राष्ट्रीय सामाजिक सेवा संघ में अहम भूमिका का निर्वहन करने वाली महिला वीरांगना ने 28 जनवरी 2024 को अपना 100 वां रक्तदान कर एक रिकॉर्ड बना दिया । राष्ट्रीय सामाजिक सेवा संगठन के मार्गदर्शक निज़ाम खान ने बताया कि इस समय जिले के ब्लड बैंक में A B पॉजीटिव  ब्लड की कमी है है।

जब ब्लड डोनेशन की आईकॉन  जहाँ आरा से रक्तदान महादान शिविर आयोजित करने को लेकर वार्ता किया तो उन्होंने तत्काल अपना रक्तदान कर दिया जिससे उस ग्रुप के अभाव में जिंदगी और मौत से जूझ रहे मरीजो की मदद हो सके। कहते है मानवता की सोच रखने वाले लोग मानवीय मूल्यों की सुरक्षा के लिए सदैव तत्पर रहते है ऐसी है होम गार्ड विभाग में ड्यूटी करने वाली जांबाज महिला कमान्डेंट जहाँ आरा ने 54 वर्ष आयु में जिन्होंने किसी भी परिस्थिति में अपने नैतिक दायित्वों का मौका जाने नही दिया जिसको भी रक्त की आवश्यकता हुई उन्होंने पहुँच कर रक्तदान किया ।ब्लड बैंक के नियमानुसार एक बार रक्तदान करने के बाद तीन महीने बाद पुनः रक्तदान कर सकते है इस नियम को भी तोड़ कर जीवन बचाने के लिए तीन महीने पूरे नही होने पर ब्लड डोनेट कर देती है। रक्तदान किये हुए यदि तीन महीने भी नही हुआ है उसके बाद भी जीवन बचाने के लिए अपना रक्त लोगो के जीवनदान के लिए समर्पित कर दिया।इस वीरांगना के जज्बे को सलाम रक्तदान महादान करने केलिए नकारात्मक सोच रखने वालों को इस वीरांगना से प्रेरणा लेनी चाहिए। इधर विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव अभिषेक सिन्हा ने कहा कि जहांआरा आज मिसाल बन गई है । सभी युवाओं को इनसे प्रेरणा लेनी चाहिए और रक्तदान जैसे महत्वपूर्ण कार्य में आगे आना चाहिए । क्योंकि रक्तदान के जरिए आप किसी के जीवन को बचा सकते हैं।

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