ब्रेकिंग न्यूज

किन्नर चांदनी से फर्जी OSD बना चंदन ठग


मुख्यमंत्री
का OSD बनकर ठगी करने वाला चंदन के कई नाम के प्रमाण और परिचय पत्र बरामद हुए हैं। वह 4 तरह की आवाजों में बातें करता था। यही नहीं कई तरह से ठगी भी करता था। 20 साल पहले वह किन्नर बनकर ट्रेन में यात्रियों से पैसे वसूलता था। धीरे-धीरे ठगी के तरीके बदलते हुए अब बड़े हाथ साफ करने लगा था मगर SSP को धमकी में लेने के चक्कर में पकड़ा गया।ASP ने बताया कि आरोपी चंदन ने ठगी के लिए अपने 4 नाम रख लिए थे। चंदन धोबी, चंदन शर्मा, चांदनी व पुष्पा। वह चार तरह की आवाज में बात करता था। साथ ही उसके पास से अलग-अलग पते वाले दस्तावेज भी मिले हैं। पैन कार्ड पर पुणे, आधार कार्ड पर बलिया का पता था। उसके पास अलग-अलग पार्टियों के सदस्यता वाले परिचय पत्र भी मिले हैं। वह समय-समय पर पार्टियों में सदस्य बन जाता था।श्रम विभाग के सचिवालय का पास भी उसने बनवा रखा था। वहीं 20 जिलों के विभिन्न विभागों के अधिकारियों, थानों व डीसीआर यानी जिला कंट्रोल रूम के नंबर भी मिले हैं। यह जौनपुर, आजमगढ़, देवरिया, गोरखपुर, बलिया, कुशीनगर सहित अन्य जनपदों के लोगों को ठगता था और अधिकारियों को धमकाता था।ASP के मुताबिक चंदन 20 साल पहले किन्नर बनकर ट्रेन में लोगों से रुपये मांगता था। वह दसवीं पास है। बीते 15 सालों से वह लोगों से ठगी व अधिकारियों को धमकाता था। उसके 4 बैंक खाते मिले हैं जिनमें कुल 5 लाख रुपये हैं। पुलिस अब इन खातों को फ्रीज कराएगी।पुलिस की जांच में सामने आया है कि आरोपी चंदन अपने साथ कई लोगों को जोड़े हुए है। ये लोग तहसील पुलिस मुख्यालय के पास घूमते हैं और उसे विवादित मामलों की जानकारी देते थे। इसके अलावा वह अखबार की खबरों से भी विवादित मामलों की जानकारी जुटाता था।चांदनी उर्फ चंदन ने झंगहा के करही निवासी 2 भाइयों के विवाद में पैरवी की थी। पहले सुरेंद्र यादव को SP डायल 112 बन फोन कर कहा कि वह उनका निर्माण करवा देगा। उनसे 5 लाख में सौदा किया। 70 हजार एडवांस लिया। अधिकारियों को फोन कर उनका काम शुरू करा दिया। लेकिन जब सुरेंद्र बाकी रकम नही दे पाए तो निर्माण रुकवाने में जुटे विपक्षी गुलाब की तरफ से पैसा लेकर पैरवी की। लेकिन पुलिस ने दोनों पक्ष का चालान कर दिया। इसके बाद उसने झंगहा थानेदार को धमकाना शुरू किया था।

कोई टिप्पणी नहीं