ब्रेकिंग न्यूज

सुल्तानपुर में सिंचाई विभाग के अधिशाषी अभियंता का कारनामा,13 साल पहले नीलम हुए 2 सरकारी वाहन को कबाड़ी के हाथ बेचा


सुल्तानपुर में सिंचाई विभाग के अधिशाषी अभियंता का कारनामा: 13 साल पहले नीलम हुए 2 सरकारी वाहन को कबाड़ी के हाथ बेचा, विभाग द्वारा शुल्क जमा करके कर दी खानापूर्ति ।सिंचाई विभाग  में चौंकाने वाला मामला सामने आया है। लगभग तेरह वर्ष पूर्व जिन सरकारी वाहनों की नीलामी हुई थी उसे अधिशाषी अभियंता ने कबाड़ के भाव बेच दिया। खुद उन्होंने ही शुल्क भी जमा कर दिया। मामला खुला तो अब वे जब देने से बचते दिखाई दे रहे हैं।वर्ष 2010 में तत्कालीन अधिशाषी अभियंता एमए तालिब ने कबाड़ पड़ी गाड़ियों को नीलाम कर दिया था।सिक्योरिटी मनी के रूप में 25 प्रतिशत धनराशि भी जमा करवाई गई थी।

नीलामी लेने के बाद कानपुर के ठेकेदार कानपुर रहमत उल्ला और बहराइच के मोहम्मद रईस परिवहन विभाग पहुंचे। लेकिन परिवहन विभाग से गाड़ियों के रजिस्ट्रेशन पेपर नहीं मिल सके। ऐसे में ठेकेदार गाडियां नहीं ले जा सके। बताया जा रहा है कि उसके बाद से गाडियां सिविल लाइन स्थित सिंचाई विभाग परिसर में ही खड़ी रही। हाल में अधिशाषी अभियंता राम प्रकाश प्रजापति ने चार्ज संभाला और बड़ा खेल कर दिया। जिन दो गाड़ियों की पूर्व में नीलामी हुई थी उन्हीं गाड़ियों को बिना परिवहन विभाग के अनुमोदन से उन्होंने एक जून 2023 को 21,600 और 10,600 में बेच दिया। हैरत की बात ये है कि ठेकेदार के बजाय खुद विभाग द्वारा शुल्क जमा करके खानापूर्ति कर दी गई। मामले खुला तो अधिशाषी अभियंता तो वो इस पर जवाब देने से भागने लगे। हैरान करने वाली बात ये है कि इस बात की भनक विभाग के कर्मियों को तक को नहीं लगी।

कोई टिप्पणी नहीं