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प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद बोले- तय स्थान पर हों धार्मिक कार्यक्रम

 


प्रदेश में लॉ एंड ऑर्डर बनाए रखने के लिए आज गुरुवार को प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद, डीजीपी आरके विश्वकर्मा और स्पेशल डीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने सभी जिलों के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। जिसमें मौजूद सभी एडीजी जोन, मंडलायुक्त, जिलाधिकारी, पुलिस कमिश्नर, आईजी, डीआईजी, एसएसपी और पुलिस अधीक्षक को हर हाल में कानून का पालन कराने के दिशा-निर्देश दिए गए।वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हुई बैठक में प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद ने कहा कि हर बार की तरह इस बार भी त्योहार शांति और सौहार्द के माहौल के बीच संपन्न हों। हमें अपने इस दायित्व के प्रति सदैव सतर्क-सावधान रहना होगा। उन्होंने कहा कि रमजान का महीना चल रहा है। आगामी 22 अप्रैल को ईद-उल-फितर, अक्षय तृतीया और परशुराम जयंती का पर्व एक ही दिन होना संभावित है।वर्तमान परिवेश को देखते हुए पुलिस को अतिरिक्त संवेदनशील रहना होगा। हर एक पर्व शांति और सौहार्द के बीच सम्पन्न हों, इसके लिए स्थानीय जरूरतों के दृष्टिगत सभी जरूरी प्रयास किए जाएं। शरारतपूर्ण बयान जारी करने वालों के साथ कड़ाई से पेश आएं।माहौल खराब करने की कोशिश करने वाले अराजक तत्वों के साथ पूरी कठोरता की जाए। प्रमुख सचिव गृह ने निर्देश दिए कि फील्ड में तैनात सभी अधिकारी यह सुनिश्चित कराएं कि धार्मिक कार्यक्रम, पूजा-पाठ आदि निर्धारित स्थान पर ही हों। किसी भी दशा में सड़क मार्ग, यातायात बाधित कर कोई धार्मिक आयोजन न हो।उन्होंने निर्देश दिए कि कोई शोभायात्रा/धार्मिक जुलूस बिना विधिवत अनुमति के न निकाली जाए। अनुमति केवल उन्हीं धार्मिक जुलूसों को दिया जाए, जो पारंपरिक हों, नए आयोजनों को अनावश्यक अनुमति न दी जाए। प्रमुख सचिव गृह ने सोशल मीडिया को लेकर अधिकारियों को संवेदनशील रहने की जरूरत भी बताई।उन्होंने कहा कि फेक न्यूज पर तत्काल रिस्पॉन्स दें। एक छोटी सी अफवाह माहौल खराब करने का बड़ा कारण बन सकती है। अफवाह/फेक न्यूज का खंडन पुलिस कप्तान जैसे वरिष्ठ अधिकारी द्वारा की जाए।डीजीपी आरके विश्वकर्मा जी ने सभी पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए कि पर्व और त्योहार के बीच सामाजिक सौहार्द बना रहे इसके लिए संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की जाए।धार्मिक स्थलों की सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध हों।ड्रोन का उपयोग कर स्थिति पर नजर रखें। भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में पुलिस बल लगातार गश्त करे। वरिष्ठ अधिकारी भी पेट्रोलिंग में प्रतिभाग करें। हर संदिग्ध गतिविधि पर हमारी नजर होनी चाहिए। 112 जैसी आकस्मिक सेवाओं की उपयोगिता उसके क्विक रिस्पॉन्स पर निर्भर करती है।ऐसे में 24×7 पीआरवी 112 एक्टिव रहे। उन्होंने कहा कि हर महत्वपूर्ण कार्यक्रम की वीडियो ग्राफी जरूर कराई जाए।

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