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चुनावी रंजिश बनी डबल मर्डर की वजह


अमेठी जिले की मुसाफिरखाना तहसील में तैनात संग्रह अमीन सुरेश और उसके भतीजे बृजेश की हत्या के पीछे चुनावी रंजिश की बात कही जा रही है। वहीं दोहरे हत्याकांड के बाद परिजनों और ग्रामीणों ने मुसाफिरखाना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंच काफी हंगामा किया। ग्रामीणों को शांत कराने के लिए पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी। अपर पुलिस अधीक्षक , क्षेत्राधिकारी मुसाफिरखाना  और क्षेत्राधिकारी तिलोई  के साथ अमेठी कोतवाली, मुंशीगंज कोतवाली, मुसाफिरखाना कोतवाली और बाजारशुक्ल कोतवाली के साथ कई अन्य थानों की फोर्स मौके पर स्थिति को संभालती नजर आई।दरअसल दोहरे हत्याकांड में मारे गए भद्दौर के 50 वर्षीय सुरेश यादव की गिनती क्षेत्र के सम्मानित और मिलनसार लोगों में होती थी।उनका अपने गांव की राजीनीति में पूरा दखल रहता था।स्थानीय लोगों का कहना है कि इसी दखल के चलते सुरेश यादव पांच साल पूर्व ग्राम प्रधान इश्तियाक की मौत के बाद हुए उप चुनाव में अपने भतीजे बृजेश को व 2020 में हुए सामान्य पंचायत चुनाव में अपनी मां रामपती देवी को ग्राम प्रधान बनाने में सफल हुए थे।संग्रह अमीन होने के बावजूद गंवई राजनीति में उनकी सक्रियता गांव के कई लोगों को बर्दाश्त नहीं हो रही थी।वारदात के बाद मौके पर पहुंचे गांव के लोगों ने बताया कि करीब एक दशक पहले भी सुरेश पर मुसाफिरखाना थाना क्षेत्र के लालगंज चौराहे पर जानलेवा हमला हुआ था। उस वक्‍त हमलावरों ने उन्हें गोली मार दी थी। हालांकि इस घटना में सुरेश बच गए थे। इस घटना में उसने भद्दौर के पूर्व प्रधान इश्तियाक अहमद को नामजद किया था। हालांकि पुलिस की तफ्तीश में पूरा मामला फर्जी निकला था। वहीं इस दोहरे हत्याकांड में भी गांव व परिजन चुनावी रंजिश बता रहें है।

हमलावर बदमाशों ने बोलेरो सवार चाचा-भतीजे पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाईं। बेखौफ हमलावरों के साहस का अंदाजा इसे से लगाया जा सकता है कि वो चाचा और भतीजे की मौत होने तक ताबड़तोड़ गोलियां बरसाते रहे।अस्पताल में चिकित्सकों ने पाया कि सुरेश को 5 व बृजेश को 3 गोलियां लगी हैं।हमलावरों ने दोनों के सीने और सिर में ही गोलियां मारी। वारदात के वक्त 2 बाइक सवार 6 बदमाशों ने बोलेरो कार पर हमला बोला उस समय कार में मृतकों का साथी शुभम वर्मा भी सवार था लेकिन वह बाल-बाल बच गया। बताया जा रहा है कि घटना के वक्त वह सीट के नीचे छिप गया इसलिए हमलावर उसे नहीं देख सके और उसकी जान बच गई।डबल मर्डर के बाद मुसाफिरखाना सीएचसी पहुंचे सुरेश के परिजनों ने कहा कि दोहरे हत्याकांड को जलालुद्दीन, राहुल यादव, संजय, ओम प्रकाश, रवि, उमेश यादव व वशीर खान ने अंजाम दिया।।वही पूरे मामले को लेकर अमेठी पुलिस अधीक्षक डॉ. इलामरन ने बताया कि परिजनों की लिखित तहरीर के बाद मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। सभी अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की कई टीमें लगा दी गई हैं। जल्द ही सभी नामजद लोगों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा और घटना का खुलासा किया जाएगा।

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