रास्ट्रीय लोक अदालत में निपटाए गए 40 हजार 53 मामले
ऋण संबंधी वादों के दो हजार 81 मामलों का हुआ निस्तारण
राष्ट्रीय लोक अदालत में सुलह समझौते के जरिये समस्त बैंक से सम्बंधित अपर जनपद न्यायाधीश द्वारा 2081 pre-litigation वादों का निस्तारण कराया गया ।जिसमें बैंकों के ऋण संबंधी वादों मूल्य 15 करोड़ 24 लाख 36 हजार 330/-₹ का समझौता किया तथा वैवाहिक वादों में से संबंधित pre-litigation के नौ वादों का निस्तारण किया गया।मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट रचना द्वारा 1484 वाद निस्तारित हुए। सिविल जज प्रवर खंड किरण गौड़ द्वारा 39 वाद एवं अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट सपना त्रिपाठी द्वारा 663 वाद ,बटेश्वर कुमार अपर सिविल जज द्वारा 343 वाद, योगेश कुमार यादव अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट 190 वाद, साईंमा जर्रार आलम द्वारा 607 वाद, क्षितिज पांडे सिविल जज (प्रखंर खण्ड) एफटीसी द्वारा 25 वाद, शालिनी मिश्रा सिविल जज खंड दक्षिणी द्वारा 25 वाद, अमर प्रसाद सिविल जज अवर खंड मुसाफिरखाना द्वारा 216 वाद, अमित सिंह सिविल जज प्रखंड उत्तरी द्वारा 13 वाद, नितेश गुप्ता सिविल जज कादीपुर द्वारा 36 वाद,अरुण कुमार श्रीवास्तव विशेष न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वारा धारा-138 एन आई एक्ट के 24 वाद निस्तारित किए गए ।इसके अतिरिक्त अन्य न्यायिक अधिकारियों में निधि यादव द्वारा 77, अनन्या शाह द्वारा 199 वाद, शमवील रिजवान द्वारा 107 वाद,अनूप कुमार द्वारा 128 ,अंकिता द्वारा 53, दिग्विजय सिंह द्वारा 123, अभिषेक चौधरी द्वारा 118 ,वर्तिका पटेल द्वारा 139 ,अनिल कुमार चौधरी द्वारा 117, वृषाली गुप्ता द्वारा 18,प्रमोद पाल द्वारा पांच वाद निस्तारित किए गए ।इसके अलावा जिलाधिकारी सुल्तानपुर और उनके अधीन कार्यरत अधिकारियों द्वारा 21 हजार आठ सौ 37 वाद निस्तारित किये गए।जिला अधिकारी अमेठी और उनके अधीन कार्यरत अधिकारियों द्वारा 11 हजार दस वाद का निस्तारण कराया गया ।यह जानकारी अपर जनपद न्यायाधीश /सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सुल्तानपुर अभिषेक सिन्हा द्वारा दी गयी।
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