मैं बेटी थी इसलिए मुझे फेंक दिया,जेंट्स टॉयलेट में मिला नवजात का शव
लखनऊ मेरठ के पीएल शर्मा जिला अस्पताल में एक नवजात बालिका का शव टॉयलेट में मिला है। बच्ची किसकी है कहां से टॉयलेट में पहुंची कुछ पता नहीं चल रहा। माना जा रहा है कि किसी महिला का प्रसव जेंट्स टॉयलेट में कराया गया।पीएल शर्मा जिला अस्पताल के जेंट्स टॉयलेट में मिले नवजात बच्ची के शव मामले में जिलाधिकारी ने देर रात मजिस्ट्रियल इंक्वायरी कराने का ऑर्डर दिया है। वहीं शव का पोस्टमॉर्टम होने के बाद ही पता चलेगा कि बच्ची की सही उम्र क्या थी? शुक्रवार दोपहर बच्ची का शव जिला अस्पताल इमरजेंसी वार्ड के पास बने जेंट्स टॉयलेट में मिला है।मौके पर थाना पुलिस पहुंचकर मामले की जांच की। अस्पताल स्टाफ के अनुसार शव एक बच्ची का है। टॉयलेट के फर्श पर खून मिला है। जिस हालात में शव मिला है उसे देखकर लग रहा है कि बेटी पैदा होने के कारण परिजन जानबूझकर इसे छोड़ गए हैं। पुलिस सीसीटीवी के आधार पर मामले की जांच कर रही है।चूंकि शव एक बच्ची का है इसलिए लोग इस सोच की निंदा कर रहे हैं। सवाल उठ रहा है कि क्या आज भी बेटियों को बोझ समझा जा रहा है। बेटियों को भार समझकर मार दिया जाता है। ऐसा ही कुछ इस नवजात के साथ हुआ होगा यह माना जा रहा है।जिलाधिकारी का कहना है कि जिला अस्पताल के टॉयलेट में एक बच्ची का शव मिला है। पीएम के बाद ही पता चलेगा कि बच्ची भ्रूण है या तुरंत पैदा हुई है या फिर कुछ महीने की है। सही उम्र तभी पता चलेगी। प्रसव वहीं हुआ या बच्ची को बाद में मारा गया, मरी हुई पैदी हुई, ये सब बाद में पता चलेगा।अस्पताल के टॉयलेट के फर्श पर काफी खून बिखरा हुआ था। कुछ लोग शुक्रवार को जब वॉशरूम यूज करने गए तो वहां फर्श पर खून देखकर चौंक गए। टॉयलेट शीट में बच्चा फंसा मिला। तुरंत अस्पताल स्टाफ को इसकी सूचना दी गई। अस्पताल स्टाफ ने मौके पर पहुंचकर शव को टॉयलेट से निकलवाया। शव एक बच्ची का है। जिस तरह फर्श पर खून मिला है। उससे माना जा रहा है कि किसी महिला का प्रसव हुआ है।
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