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महिलाएं एकजुट हुईं तो प्रदेश में हो जाएगी पूर्ण शराबबंदी: ओमप्रकाश राजभर


सुल्तानपुर सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने मंगलवार को जिले के भेलारा बाग मैदान में पार्टी द्वारा आयोजित दूसरी “महिला हक-अधिकार महारैली” के माध्यम से प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी का नारा जोरशोर से बुलंद किया। उन्होंने कहा कि पार्टी इस लड़ाई को सदन से लेकर सड़क तक लड़ रही है। प्रदेश की महिलाएं एकजुट हो जाएं तो बिहार व गुजरात की तरह उत्तर प्रदेश में भी पूर्ण शराबबंदी लागू हो जाएगा। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि सुभासपा शुरू से ही महिलाओं के हक, अधिकार, मान, सम्मान के लिए अनवरत लड़ रही है। पार्टी की प्रदेश में जो पहचान बनी है उसमें आधी आबादी का बड़ा योगदान है। माताओं-बहनों का सबसे अधिक आशीर्वाद व सहयोग उन्हें मिल रहा है। पार्टी ने जब भी सामाजिक मुद्दों पर बड़े आंदोलन किए तब पार्टी से जुड़ी महिलाओं ने बढ़-चढ़कर अपना योगदान दिया। इस बार शराबबंदी के लिए पार्टी ने महिलाओं को जगाने और एकजुट करने का अभियान शुरू किया है।  उन्होंने कहा कि लोगों के समझ में आनी चाहिए कि 50 फीसदी आबादी महिलाओं की है तो 50 फीसदी हिस्सेदारी भी मिलनी चाहिए। यही ललकारने के लिए यह कार्यक्रम किया है। जब तक शराब बंद नहीं होगी गरीबों का कल्याण नहीं होगा। चुनाव आयोग और सरकार एक कानून बनाए कि लोकसभा और विधानसभा में 50 फीसदी सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित हों। महिलाएं विधानसभा और संसद में पहुंचेंगी तो अपने हक व अधिकार का कानून खुद बना लेंगी। शैक्षिणिक संस्थाओं में बेटियों के लिए 50 फीसदी सीटें आरक्षित करते हुए निशुल्क शिक्षा दी जाए। बेटियां-बहनें पढ़ लिखकर स‌र्वोच्च कुर्सी पर बैठें। नौकरियों में 50 फीसदी पद महिलाओं से भरी जाए। उन्होंने कहा कि महिलाओं के हक तथा अधिकार की लड़ाई लड़ने के लिए पार्टी प्रतिबद्ध है। सड़क से सदन तक महिलाओं के सम्मान की लड़ाई लड़ी जा रही है। आने वाले समय में भी महिलाओं के हक अधिकार की लड़ाई में पार्टी अग्रणी भूमिका में रहेगी। माताओं एवं बहनों की सुरक्षा व सम्मान के लिए पार्टी का हर कार्यकर्ता अपनी जान लड़ाने का काम करेगा। राजभर ने कहा कि जब तक समाज में महिलाओं का सम्मान नहीं होगा तब तक समाज का विकास नहीं हो सकता है। भारतीय शास्त्रों में कहा गया है कि जहां नारियों की पूजा होती है वहां देवताओं का निवास होता है। महिलाओं को घरेलू हिंसा तथा उत्पीड़न से निजात दिलाने के लिए प्रदेश में बिहार, गुजरात जैसी पूर्ण शराबबंदी जरूरी है। पार्टी इसके लिए हर स्तर पर कोशिश में जुटी है। जरूरत पड़ी तो इसके लिए बड़ा आंदोलन खड़ा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बिहार में अभी 50 से अधिक लोगों की मौत जहरीली शराब पीने से हो गई। बिहार में शराबबंदी के बाद भी ऐसी घटनाएं होना शर्मनाक है। जहरीली शराब पीने से जो लोग मरे हैं उसका दंश उनके परिवार के लोग जीवन भर झेलेंगे। ऐसी घटनाओं में सबसे ज्यादा परेशानी और जिल्लत परिवार की महिलाओं को उठानी पड़ती है। समय आ गया है कि अब शराब जैसे नासूर को जड़ से समाप्त कर दिया जाए। उन्होंने महिलाओं से अपील की कि बेटे-बेटियों को शिक्षित करने का बीड़ा उठाएं। यदि बेटा शिक्षित होगा तो एक घर को रोशन करेगा और बेटी शिक्षित होगी तो दो घर को रोशन करेगी। महारैली को सुभासपा के प्रमुख राष्ट्रीय महासचिव अरविंद राजभर, राष्ट्रीय मुख्य प्रवक्ता अरुन  राजभर,महिला मंच की राष्ट्रीय सलाहकार  तारामनी राजभर, राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव  मनीषा सिंह, राष्ट्रीय महासचिव राजमती निषाद, राष्ट्रीय सचिव लक्ष्मी राजभर, राष्ट्रीय प्रवक्ता शशि कला राजभर, अनारा राजभर ज़िलाध्यक्ष सुल्तानपुर महिला मंच,आदि ने संबोधित किया।

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