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होटल बने थे जिस्मफरोशी का अड्‌डा,वॉट्सऐप पर हो जाते थे कस्टमर बुक


लखनऊ पुलिस ने आगरा में सेक्स रैकेट की सरगना रोशनी के खिलाफ कोर्ट में चार्ज शीट दाखिल कर दी है। पुलिस की जांच कई बड़े होटल तक पहुंची है। यहां लड़कियों के नाम पर ऑनलाइन कमरे बुक होते थे। कस्टमर भी ऑनलाइन ही डील किए जा रहे थे। रेट 2 हजार रुपए से लेकर 25 हजार रुपए तक चल रहा था।थाना न्यू आगरा पुलिस ने 4 अगस्त को एक कार में चार युवकों और एक युवती को पकड़ा था। युवती ने पुलिस को बताया था कि वह बुकिंग पर आगरा बुलाई गई है। जिस्मफरोशी गैंग की सरगना रोशनी ने उसे बुलाया था। वह खुद हरी पर्वत स्थित होली डे इन होटल में दो युवतियों के साथ ठहरी हुई है। इस पर पुलिस ने होटल के कमरे में दबिश दी थी। तीनों को गिरफ्तार कर लिया था। मामले में मुकदमा दर्ज करके 8 आरोपियों को जेल भेजा गया था।इस मामले की जांच सीओ छत्ता सुकन्या शर्मा को दी गई थी।

जांच में चौंकाने वाले खुलासे हुए। गैंग की सरगना ने शहर के छह बडे़ होटलों को अपना अड्डा बना रखा था। इन होटलों में बाहर से लड़कियां बुलाकर उनके नाम पर कमरे बुक किए जाते थे। होटल के कर्मचारियों से पूरी सेटिंग रहती थी। लड़कियां कई-कई दिनों तक होटल में ही रहती थीं। ऑन डिमांड के लिए वॉट्सऐप पर लड़कियों के फोटो शेयर किए जाते थे। ग्राहक जिस लड़की को पसंद करता था, उसकी बुकिंग हो जाती थी। ग्राहक को गेस्ट बनाकर होटल में लाया जाता था। कई बार लड़कियों को बाहर भी भेजा जाता था।होटल में ज्यादातर दिल्ली और महाराष्ट्र से लड़कियां बुलाई जाती थीं। इनका रेट दो से 10 हजार रुपए तक होता था। गैंग में विदेशी लड़कियां भी शामिल थीं। ऑन डिमांड विदेशी लड़कियां भी उपलब्ध कराई जाती थीं। इनका रेट 20 से 25 हजार रुपए रहता था। शहर में  प्लेस और फतेहाबाद के होटल में ही कमरे लिए जाते थे। होटल होली डे इन में ही 15 बार कमरा बुक किया गया था।जांच में सरगना रोशनी नागवानी के अलावा तीन युवतियां व अवधपुरी निवासी अनुव्रत आर्य, जतिन सिंधी, सेक्टर 4 निवासी निखिल देवनानी और राजस्थान के रहने वाले जनार्दन के नाम आया है। इन सभी को जेल भेजा गया था। इनमें से अब रोशनी और एक युवती जेल में बंद है। रोशनी ने जमानत के लिए हाईकोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया था। मगर, उसको जमानत नहीं मिली। वहीं जेल में बंद दूसरी युवती जमानती नहीं होने के कारण अपनी जमानत नहीं करा पा रही है पुलिस सभी आरोपियों के मोबाइल को जांच के लिए विधि विज्ञान प्रयोगशाला भेजेगी। इसके लिए कोर्ट से अनुमति मिल गई है। रोशनी और युवतियों के मोबाइल में कई होटल और उनसे जुड़े एजेंटों के नाम हैं। मोबाइल का डाटा रिकवर किया जाएगा। इससे कई महत्वपूर्ण जानकारियां हाथ लग सकती हैं। इसके बाद आगे की और कार्रवाई की जाएगी। कोर्ट में साक्ष्य प्रस्तुत किए जाएंगे।

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