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सीएम योगी ने कहा खनन माफिया की संपत्ति जब्त कर सीएम आफिस में दें रिपोर्ट


लखनऊ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खनन माफियाओं को लेकर बेहद सख्त है। झांसी और मुरादाबाद में अवैध खनन की शिकायत से नाराज मुख्यमंत्री ने खनन माफियाओं के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई के निर्देश दिए है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि अंतरराज्यीय सीमा से लगे जिलों में जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक अवैध खनन की गतिविधियों की गहराई से पड़ताल करें। अवैध खनन के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई के लिए अभियान शुरू किया जाना आवश्यक है। खनन माफियाओं के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई हो। इनकी संपत्ति जब्त की जाए। आगामी 10 दिन में प्रभावी कार्रवाई करते हुए मुख्यमंत्री कार्यालय को रिपोर्ट भेजी जाए।इसके साथ ही ड्रग माफिया, गौ-तस्कर, शराब माफिया,और भू- माफिया सहित अवैध गतिविधियों में शामिल सभी अराजक तत्वों के खिलाफ भी कड़ा एक्शन लिया जाए। यह निर्देश मुख्यमंत्री  योगी आदित्यनाथ ने रविवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कानून-व्यवस्था की समीक्षा के दौरान दिया।मुख्यमंत्री ने यूपी के सभी मंडल, जोन और रेंज के पुलिस कमिश्नरेट और जिलों के वरिष्ठ प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों को आगामी पर्व-त्योहारों में सुदृढ़ कानून-व्यवस्था के सम्बंध में आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए। सीएम योगी कानून-व्यवस्था की समीक्षा के दौरान जिलों के अधिकारियों की आ रही शिकायतों से बेहद नाराज दिखे। सूत्रों की मानें तो मुख्यमंत्री  एक जिले के कप्तान को चेतावनी देते हुए कहा कि फ्री हैंड देने का यह मतलब नही है कि जिले में वसूली हो और अफसर अपराधियों को अपने कार्यालय में बैठाएं। अपराध और अपराधियों के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाए। इतना ही नही सीएम ने कहा कि किसी भी घटना को छोटा मानकर नजरअंदाज न करें। पुलिस बल को 24×7 अलर्ट मोड में रहना होगा। संवेदनशील प्रकरणों में वरिष्ठ अधिकारी लीड करें। मौके पर उपस्थित हों। जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन के बीच बेहतर तालमेल हो।

मुख्यमंत्री के निर्देश

आगामी एक माह त्योहार की उमंग से परिपूर्ण होंगे। बाजारों में भीड़ होगी। ऐसे में पुलिस को फुट पेट्रोलिंग बढ़ानी होगी। महिलाओं, बच्चों एवं वरिष्ठ नागरिकों की सुरक्षा को लेकर अतिरिक्त सतर्कता बरतनी होगी।26 सितंबर से शारदीय नवरात्रि की शुरुआत हो रही है। इसी प्रकार, विजयादशमी, दशहरा, बाल्मीकि जयंती, बरावफ़ात, दीपावली और छठ आदि महत्वपूर्ण पर्व-त्योहार आगामी कुछ दिनों के भीतर हैं। यह समय संवेदनशील है। हमें 24×7 अलर्ट मोड में रहना होगा।त्योहारों के बीच अनावश्यक बिजली कटौती न की जाए। तय रोस्टर के अनुसार गांव/शहर में बिजली आपूर्ति होनी चाहिए। प्रदेश स्तर पर, कमिश्नरी और रेंज स्तर पर कंट्रोल रूम एक्टिव किये जाएं। प्रदेश स्तर पर एडीजी कानून-व्यवस्था द्वारा निगरानी की जाए।प्रदेश में परंपरागत रूप से 44 हजार से अधिक स्थलों में माँ दुर्गा की प्रतिमाएं रखी जाती रही हैं। इसके अतिरिक्त भी प्रतिमाओं की स्थापना होती है। पूजा समितियों से संवाद करें, प्रयास करें कि प्रतिमा की स्थापना सुरक्षित स्थान जैसे सार्वजनिक पार्क आदि में हो, ताकि सड़क पर सामान्य यातायात प्रभावित न हो। आस्था और जनभावना का पूरा सम्मान किया जाना चाहिए।प्रतिमा विसर्जन के समय पुलिस बल की तैनाती के लिए स्थानीय जरूरतों के मुताबिक रणनीति तैयार करें। विसर्जन के लिए समितियों से संवाद कर अस्थायी तालाब का निर्माण कराया जाना उचित होगा।पर्व शांति और सौहार्द के बीच सम्पन्न हों, इसके लिए स्थानीय जरूरतों को देखते हुए सभी जरूरी प्रयास किए जाएं। शरारतपूर्ण बयान जारी करने वालों के साथ जीरो टॉलरेंस की नीति के साथ कड़ाई से पेश आएं। माहौल खराब करने की कोशिश करने वाले अराजक तत्वों के साथ पूरी कठोरता की जाए।त्योहारों के समय में स्वच्छता, सैनिटाइजेशन का विशेष अभियान चलाया जाना चाहिए। ग्राम्य विकास व नगर विकास विभाग इन सम्बंध में जरूरी कार्यवाही सुनिश्चित करायें।

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