ब्रेकिंग न्यूज

बिना किसी की जाति कौम पूछे सबके लिए करती हूं काम :मेनका


सुलतानापुर पूर्व केंद्रीय मंत्री व सुल्तानपुर की सांसद मेनका संजय गांधी ने आज अपने संसदीय क्षेत्र के दौरे के दूसरे व अंतिम दिन इसौली विधानसभा क्षेत्र के अल्पसंख्यक बाहुल्य गांव अकारीपुर छरौली, बनकेपुर, हरखी दौलतपुर,नरही भाटी, बुकुनपुर समेत कई गांवों में चौपाल लगाकर जनता की समस्यायों का निस्तारण किया।श्रीमती गाँधी ने छरौली स्थित कौशल विकास योजना द्वारा संचालित कौशल विकास केन्द्र का शुभारंभ, निरीक्षण,व प्रशिक्षणार्थियों से संवाद किया। इससे पूर्व श्रीमती गांधी ने अपने नगर स्थित आवास पर भोर से ही जनता दर्शन कार्यक्रम के माध्यम से जनसुनवाई कर बड़ी संख्या में जनता की समस्याओं का निस्तारण किया।इस दौरान श्रीमती गांधी ने समस्याओं के तत्काल निस्तारित करने के लिए पुलिस अधीक्षक,एसडीएम, प्रभारी निरीक्षक नगर कोतवाली, एसओ दोस्तपुर ,धम्मौर आदि से दूरभाष पर वार्ता की।श्रीमती गांधी ने जन चौपाल को संबोधित करते हुए कहा आपने 3 साल पहले हमें सुल्तानपुर को आगे ले जाने के लिए एक पद, दायित्व व जिम्मेदारी सौंपी थी। मैंने इस जिम्मेदारी को चुनौती के रूप में लिया।मैं सुलतानपुर के विकास के लिए गंभीरता,प्यार व तन्मयता से काम कर रही हूं। उन्होंने कहा बिना किसी की जाति कौम पूछे मैं सबके लिए काम करती हूं। श्रीमती गांधी ने आजादी के 75 वर्ष पूरा होने पर सभी से 13 से 15 अगस्त तक अपने-अपने घरों पर तिरंगा झंडा लगाने का आह्वान किया। गुरूवार को सांसद आवास पहुंचकर गौ संरक्षण सेवा अभियान के जिला संयोजक विनोद सिंह एवं अवधेश सिंह आदि ने निराश्रित गोवंश को संरक्षित करने में सहयोग देने के लिए मेनका संजय गांधी को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।बनकेपुर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए श्रीमती गांधी ने कहा कि कौशल विकास के प्रशिक्षण के माध्यम से अधिक से अधिक युवाओं को रोजगार देने की प्रधानमंत्री की मंशा पर कई एनजीओ भ्रष्ट्राचार कर युवाओं के सपने पर पानी फेर रहे है।उन्होंने कहा कि सुल्तानपुर में वही संस्थाएं काम करेंगी जो ईमानदारी से प्रशिक्षण देकर युवाओ को रोजगार दिलाने में सफल होगी। श्रीमती गांधी ने राष्ट्रमंडल खेलों में भारतीय खिलाड़ियों के द्वारा श्रृंखलाबद्ध तरीके से पदक जीतने पर उन्हें बधाई दी है उन्होंने कहा कि भारतीय खिलाड़ियों पर समूचे देशवासियों को गर्व है। सुल्तानपुर में भ्रष्टाचार के मामलों में जनता द्वारा कानून को हाथ में लिए जाने के सवाल पर श्रीमती गांधी ने कहा कि भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाना जरूरी हो गया है।उन्होंने कहा कि सरकारी अधिकारी व कर्मचारी अपनी आदत बदलें।सरकार की भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत जनता के कार्यों को बिना लटकाए व अटकाए सुचिता से निस्तारण कर अपने दायित्वों का ईमानदारी से निर्वहन करे।

कोई टिप्पणी नहीं