सुलतानपुर में 9 हजार रुपए के लिए हुआ था खून, जंगल में मिला था शव
सुल्तानपुर पुलिस ने 26 जुलाई को हुई बैंक फ्रेंचाइजी संचालक राहुल शर्मा की हत्या की गुत्थी सुलझाते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। राहुल की हत्या नौ हजार रुपए के लिए हुई थी। हत्यारोपियों ने लखनऊ वाराणसी फोरलेन के असरोगा टोल पर मृतक की बाइक खड़ी की थी। जबकि उसका शव चांदा कोतवाली के छतौना कला जंगल में मिला था।बता दें कि थाना कोतवाली देहात के भरंईपुर गांव निवासी राहुल शर्मा (30) वाराणसी हाईवे किनारे स्थित कामतागंज बाजार में जनसुविधा केंद्र चलाता था। मंगलवार 26 जुलाई की शाम 6 बजे दुकान बंद करने के बाद घर के लिए निकला लेकिन दो दिन बीतने के बाद भी दुकान से एक किलोमीटर दूर घर तक नहीं पहुंच सका था।
बुधवार देर शाम घर से 30 किमी दूर लखनऊ हाईवे पर स्थित असरोगा टोल प्लाजा के पास गायब युवक की बाइक चाबी लगी और मोबाइल लावारिस हालत में मिला था। 28 जुलाई को चांद थाना क्षेत्र में लाश मिली थी। कुछ देर बाद उसकी पहचान राहुल शर्मा के रूप में हुई थी।पुलिस ने रेलवे क्रासिंग बरसड़ा के पास से आज आरोपी पिंटू उर्फ तेजबहादुर तिवारी पुत्र मुनिराज तिवारी निवासी ग्राम गौरा थाना चांदा व नन्दलाल निषाद पुत्र रामअवध निषाद निवासी ग्राम छतौना कला थाना चांदा को गिरफ्तार किया। पुलिस के पूछताछ करने पर पिंटू उर्फ तेजबहादुर तिवारी ने बताया कि भरथीपुर का रहने वाला राहुल शर्मा जो कि कामतागंज बाजार में बभनगवां रोड पर बैंकिंग सेवा केंद्र का संचालन करता था उससे मेरी कुछ दिनों से दोस्ती हो गयी थी। राहुल शर्मा अक्सर मेरे साथ मेरी बहन के यहां आया जाया करता था तथा रुकता भी था। उसके द्वारा बैंकिंग सेवा केंद्र पर रोजाना किये जा रहे रुपयों के लेनदेन से मेरी नीयत खराब होने लगी। मैंने योजना बनाया कि क्यों बहका करके इसकी हत्या कर रुपया लूट ले इसी योजना के तहत मैंने अपने साथी नन्दलाल निषाद व संजय निषाद उर्फ सिपाही पुत्र सत्यनारायण निषाद निवासी ग्राम छतौना कला थाना चांदा के साथ मिलकर बहाने से राहुल शर्मा का उसके बैंकिंग सेवा केन्द्र बभनगवां रोड कामतागंज से 26 जुलाई को शाम बहकाकर कामतागंज से राहुल शर्मा की बाइक से हम दोनों चांदा थाना छतौना कला जंगल में एकपता बीरबाबा के मंदिर के पीछे ले गए। वहां बांध के पास पहुंचे जहां पर नन्दलाल निषाद व संजय निषाद उर्फ सिपाही जो शराब लेकर पहले से मौजूद थे। मैंने शराब कम पी किन्तु राहुल शर्मा को अधिक पिलाया जब वह अत्यधिक नशे में हो गया तो हम तीनों ने मिलकर बेल्ट व गमछे से उसका गला घोटकर राहुल शर्मा की हत्या कर दिया।उसके पास मौजूद 9 हजार रुपये तथा दोनों मोबाइल ले लिये। रुपयों को हम तीनों ने बाद में बराबर बराबर आपस में बांट लिया। राहुल शर्मा की हत्या करने के बाद हम तीनों मौके से भाग निकले उसके बाद अलग-अलग हो गये राहुल शर्मा की बाइक तथा उसकी दोनों मोबाइल उसी रात में ही सुलतानपुर से आगे लखनऊ रोड पर स्थित असरोगा टोल प्लाजा के निकट एक चाय की दुकान के पास चाभी सहित खड़ी करके उसके दोनों मोबाइल फोन उसकी बाइक की डिग्गी में रख दिया। इसलिए मौके से फरार हो गया कि लालच में आकर कोई व्यक्ति राहुल शर्मा की बाइक व मोबाइल पा जाएगा तो राहुल शर्मा की हत्या के जुर्म में फंस जाएगा और हम लोग साफ-साफ बच जायेंगे ।
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