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देवरिया में तीन फर्जी शिक्षक बर्खास्त

 


लखनऊ देवरिया जिले में फ़र्जी सर्टिफिकेट के सहारे नौकरी कर रहे तीन शिक्षकों के बारे में खुलासा हुआ है। तीनों शिक्षकों सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है।बर्खास्त शिक्षकों के विरुद्ध संबंधित खंड शिक्षा अधिकारियों को मुक़दमा दर्ज कराने के निर्देश दिए गए हैं।बर्खास्त शिक्षकों में भाटपार रानी थाना क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय जावाडीह के प्रधानाध्यापक रणजीत कुमार यादव भी हैं। जांच में इनका सर्टिफिकेट फ़र्जी पाया गया। जांच के दौरान य़ह बात पता चली कि रणजीत कुमार यादव पुत्र भृगुनाथ यादव बलिया जिले के उच्च प्राथमिक विद्यालय के सहायक अध्यापक हैं। इन्हीं के सर्टिफिकेट पर अभिलेखों में हेराफेरी कर रणजीत कुमार यादव प्राथमिक विद्यालय जावाडीह में नौकरी कर रहा था और प्रधानाध्यापक की जिम्मेदारी भी बखूबी निभा रहा था।सदर ब्लॉक के पूर्व माध्यमिक विद्यालय अगया में तैनात सहायक शिक्षक रामनुज मिश्र के शैक्षिक दस्तावेज भी फर्जी पाए गए हैं। एसटीएफ की जांच में यह पाया गया कि रामनुज मिश्र ने नौकरी के लिए जो बी एड का प्रमाण पत्र लगाया था वह फर्जी है। क्योंकि संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय ने बताया है कि उस वर्ष और में उस रोल नंबर पर रामनुज मिश्र के बजाय दूसरे व्यक्ति का नाम दर्ज है। एसटीएफ की जांच में बीएड की डिग्री के फ़र्जी होने की पुष्टि हो गई है।जिले के देसही देवरिया ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय नंद टोला में तैनात सहायक शिक्षक रितेश कुमार सिंह का शैक्षिक प्रमाण पत्र महराजगंज जिले के नौतनवा ब्लॉक के पूर्व माध्यमिक विद्यालय के शिक्षक रितेश कुमार सिंह से मेल खा रहे थे। इसका खुलासा मानव संपदा पोर्टल से हुआ। जांच में पाया गया कि महराजगंज जिले के नौतनवा में तैनात सहायक शिक्षक रितेश कुमार सिंह के शैक्षिक प्रमाण पत्रों पर देवरिया के प्राथमिक विद्यालय पर दूसरा रितेश कुमार सिंह नौकरी कर रहा था।जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संतोष कुमार राय ने बताया कि सभी शिक्षकों को अपने शैक्षिक प्रमाण पत्र को मानव संपदा पोर्टल पर अपलोड करना है। कुछ शिक्षक आनाकानी कर रहे हैं। एसटीएफ की जांच में इनके प्रमाण पत्र फ़र्जी पाए गए हैं। इन शिक्षकों को इस विषय पर अपना पक्ष रखने का कई बार मौका दिया गया। लेकिन आरोपी शिक्षक नहीं आए। अतः इन्हें सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है।

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